Chira Paswan: बिहार के चुनाव से पहले ही अब सयासत गरमा गई है। जहाँ एक तरह नीतीश कुमार चुनाव की तैयारियों में लग गए हैं तो वहीँ दूसरी और लालू यादव भी चुनाव में पूरा दम-ख़म लगाए हुए हैं। वहीँ इसी बीच बिहार की राजनीतिक गलियारों विवाद तो तब बढ़ जब केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार में विधानसभा चुनाव से कदम पीछे खीचने का फैसला ले लिया है। कुछ दिन पहले तक चिराग चुनाव में अपना पूरा जोर लगाने को तैयार थी लेकिन रविवार को नालंदा में आयोजित रैली में अचानक उन्होंने अपना फैसला बदल कर हर किसी को हैरान और परेशान कर दिया है। कुछ समय पहले वो खुद चुनाव लड़ने की बात कह रहे थे, लेकिन अब उन्होंने अचानक यू-टर्न ले लिया है।
नहीं लड़ेंगे चुनाव
इस बीच उन्होंने कहा कि मैं बिहार से चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन गठबंधन से चर्चा के बाद उम्मीदवार उतारा जाएगा। जिसके चलते चिराग पासवान ने बड़ा सस्पेंस पैदा कर दिया है। जी हाँ चिराग पासवान वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी के हनुमान कहे जाते हैं। तो अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि जीत का दावा ठोकने वाले पासवान अब चुनाव से दूरी क्यों बनाना चाहते हैं?
चुनाव न लड़ने की बताई वजह
बिहार चुनाव को लेकर पासवान इतने एक्टिव हैं कि वो ताबड़तोड़ रैलियां और सभाएं कर रहे हैं। जिसके चलते लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने रविवार को राजगीर में आयोजित ‘बहुजन भीम संकल्प समागम’ को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता डरे हुए हैं और पूछते हैं कि क्या चिराग पासवान बिहार से चुनाव लड़ेंगे? न मैं टूटने वाला हूं। न मैं झुकने वाला हूं। और अगर मैं डरता हूं तो भाई मैं किसी से नहीं डरता। मैं चुनाव लड़ूंगा, लेकिन बिहार से चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं बिहार के लिए चुनाव लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि मैं सभी विधानसभा सीटों पर जाऊंगा और चुनाव लड़ने का काम करूंगा।