चंदौली से अवनीश तिवारी कि रिपोर्ट
सेल्स टैक्स विभाग के आउटसाइडर की मौत पर मूकदर्शक बनी रही पुलिस
Chandauli Crime: चंदौली जनपद के सैयदराजा थाना क्षेत्र के खेदाई नारायणपुर गांव में रहने वाले शैलेश मिश्रा की मौत के बाद घटनाक्रम ने मानवता और कानून दोनों को शर्मसार कर दिया। आरोप है कि सेल टैक्स विभाग के अधिकारियों ने मामले को रफा-दफा करने के लिए अपने गुर्गों को पोस्टमार्टम हाउस भेजा, जहां खुलेआम पैसों की गड्डी से शव का सौदा किया गया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
परिजनों का आरोप है कि शैलेश मिश्रा को विभागीय वाहन के ड्राइवर ने घर से बुलाया था, जिसके बाद वे डिप्टी कमिश्नर डीपी सिंह के साथ रात में चेकिंग पर गए और इसी दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद सैयदराजा पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ते हुए अज्ञात के खिलाफ दुर्घटना का मुकदमा दर्ज कर दिया।
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मानवता को शर्मसार करता वीडियो आया सामने
पोस्टमार्टम हाउस पर हुई सौदेबाजी का वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि किस तरह 500-500 रुपये के नोटों की गड्डी परिजनों के हाथ में थमाकर समझौते का दबाव बनाया गया। अंततः मृतक का गरीब पिता टूट गया और 50 हजार रुपये लेकर अपने जवान बेटे का शव अंत्येष्टि के लिए ले गया। मौखिक तौर पर मृतक की तीनों पुत्रियों के नाम से तीन-तीन लाख रुपये जमा कराने का आश्वासन दिया गया, लेकिन इसका कोई लिखित समझौता नहीं हुआ।
परिवार का आरोप है कि पिछले 15 वर्षों से शैलेश को विभाग द्वारा रात में बुलाकर अवैध चेकिंग और वसूली में सहयोग लिया जाता था। घटना के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे विभागीय गुर्गों ने परिजनों पर साहब का नाम न लेने और मुकदमा दर्ज न कराने के लिए लगातार दबाव बनाया। यह भी आरोप है कि यह पूरा मामला रात के अंधेरे में चलने वाले अवैध वसूली के खेल का हिस्सा है, जिसका खामियाजा अब एक गरीब परिवार को भुगतना पड़ रहा है।
आरोप है कि सैयदराजा पुलिस न केवल इस मामले में कार्रवाई से बचती रही, बल्कि पोस्टमार्टम हाउस पर हो रही सौदेबाजी को भी नजरअंदाज कर दिया। इसने पूरे तंत्र की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आईपीएस अनंत चंद्रशेखर ने कहा कि परिजनों की तहरीर पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच के दौरान यदि परिजन किसी भी व्यक्ति का नाम बताएंगे और सबूत देंगे, तो उन्हें भी आरोपी बनाकर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
शैलेश मिश्रा की मौत और उसके बाद हुए कथित सौदे ने न केवल कानून-व्यवस्था पर, बल्कि सरकारी विभागों की नैतिकता और पारदर्शिता पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं।