Chhangur Baba Girlfriend: जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर लगातार कई खुलासे हो रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मास्टरमाइंड छांगुर बाबा प्रेमिका को लेकर ऐसा खुलासा हुआ है जिसे सुन कर हर कोई हैरान रह गया है। छांगुर बाबा और उसकी प्रेमिका नीतू उर्फ नसरीन के कारनामे जान हर कोई हैरान रह गया है। बताया जा रहा है कि नसरीन पहले भोली-भाली गरीब महिलाओं को इस्लाम की ओर आकर्षित करती थी। फिर उन्हें पैसों का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराती थी। हैरानी की बात यह है कि नीतू खुद शुरू से ही मुसलमान नहीं है। वह एक सिंधी परिवार से ताल्लुक रखती है। लेकिन उसने नवंबर 2015 में अपने पति नवीन रोहरा के साथ मिलकर धर्म परिवर्तन कर लिया।
अपने बेटी को बनाया मुसलमान
उसने अपनी बेटी सबीहा का भी धर्म परिवर्तन कराकर उसे मुसलमान बना लिया। धर्म परिवर्तन के बाद नीतू नसरीन और नवीन जलालुद्दीन बन गए। इसके बाद नीतू उर्फ नसरीन छांगुर के धर्मांतरण गिरोह की सक्रिय सदस्य बन गई। उसने कुछ ही समय में छांगुर का विश्वास जीत लिया और उसकी सबसे करीबी दोस्त बन गई। फिर उसने छांगुर के लिए लोगों का धर्म परिवर्तन कराना शुरू कर दिया।
इस तरह हिंदू परिवारों को अपने जाल में फंसाती थी नीतू
नीतू इसके लिए गरीब हिंदू परिवारों को बीमारी के इलाज का खर्च उठाने, आर्थिक मदद और छांगुर के चमत्कारों का झांसा देकर अपने जाल में फंसाती थी। फिर उन्हें फंसाकर हिंदू परिवारों को छांगुर बाबा से मिलवाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाती थी। उसका पति नवीन भी गरीब हिंदू परिवारों को कर्ज देकर अपने जाल में फंसाता था। फिर कर्ज में फंसे लोगों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाता था। इतना ही नहीं, विरोध करने पर उन्हें धमकाता भी था।
19 बार यूएई जा चुके हैं नीतू और नवीन
नवीन उर्फ जलालुद्दीन ने वर्ष 2021 में उतरौला सिविल कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था। इसके अनुसार, नवीन और उसका परिवार अब मुसलमान बन चुका है और छांगुर उसका गुरु है। नीतू और नवीन दोनों अब तक 19 बार यूएई जा चुके हैं। यूपी एटीएस उनके यूएई दौरे के मकसद और अन्य कड़ियों को जोड़ने में लगी हुई है। बताया जा रहा है कि नीतू अपने पति नवीन रोहरा और बेटी के साथ बलरामपुर के रेहरा माफी गांव में छांगुर बाबा के घर में रहती थी। वहां सभी लोग उन्हें मुसलमान ही समझते थे। किसी को नहीं पता था कि यह परिवार सिंधी है और उन्होंने अपना धर्म बदल लिया है।
गरीब हिंदू लड़कियाँ होती है शिकार
एटीएस की जाँच में पता चला है कि नीतू उर्फ़ नसरीन के निशाने पर ज़्यादातर गरीब हिंदू लड़कियाँ होती थीं। वह पहले उनसे दोस्ती करती थी। फिर यह जानने की कोशिश करती थी कि लड़कियाँ किस बात से सबसे ज़्यादा परेशान हैं। जब लड़कियाँ उसे अपनी समस्याएँ बतातीं, तो नीतू उनसे कहती – चिंता मत करो। छांगुर बाबा चमत्कारी हैं। वह तुम्हारी सारी समस्याएँ हल कर देंगे। फिर वह उन्हें अपनी कहानी सुनाती। वह कहती – जब से मैं मुसलमान बनी हूँ, मेरी ज़िंदगी बदल गई है।
लड़कियाँ भी उसके जाल में फँस जातीं और वही करतीं जो नीतू उनसे करवाती। नीतू इतनी चालाक थी कि वह न सिर्फ़ गरीब लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराती, बल्कि उनके पतियों, बच्चों और रिश्तेदारों को भी अपने जाल में फँसा लेती। उन्हें भी इसी तरह इस्लाम की ओर आकर्षित करती और फिर उन्हें इस्लाम अपनाने के लिए कहती। लोग भी उसकी बातों में आकर मुसलमान बन जाते। इस तरह नीतू ने कई परिवारों का धर्म परिवर्तन करवाया। छांगुर बाबा जब भी किसी ज़िले में आते, नीतू अपना ज़मीनी नेटवर्क तैयार कर लेती।
नीतू का पति तो उससे भी दस कदम आगे था। नीतू का पति नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन पीड़ित परिवारों को लाखों रुपये उधार देता था। जब वे चुका नहीं पाते थे, तो कहता था- इस्लाम अपना लो, बाबा से जुड़ जाओ। तुम्हारे सारे दुख दूर हो जाएँगे। ऐसा करके वह लोगों को अपने जाल में फँसाता था। फिर उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाता था।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश एटीएस ने नवंबर 2024 में बलरामपुर के रेहरा माफ़ी निवासी धर्मांतरण के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके बेटों महबूब, नवीन रोहरा समेत 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। 8 अप्रैल को दो आरोपियों नवीन उर्फ जमालुद्दीन और छांगुर बाबा के बेटे महबूब को गिरफ्तार किया गया था। इन गिरफ्तारियों के बाद छांगुर बाबा और नवीन रोहरा की पत्नी नीतू उर्फ नसरीन भूमिगत हो गए थे।
अदालत ने छांगुर बाबा की गिरफ़्तारी के लिए गैर-ज़मानती वारंट जारी किया था। उस पर 50 हज़ार रुपये का इनाम भी रखा गया था। छांगुर बाबा और नसरीन को एटीएस ने शनिवार को लखनऊ के स्टार रूम्स होटल से गिरफ़्तार किया था। मंगलवार को बलरामपुर स्थित उसके घर को बुलडोज़र से ढहा दिया गया। मंगलवार को ही ईडी ने छांगुर और उसके गिरोह के सदस्यों के ख़िलाफ़ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।