अक्षय महराना की ओडिशा से रिपोर्ट, Odisha: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मंगलवार को हुई तेज़ बारिश ने पटिया स्थित अहल्या नगर इलाके में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए। सड़कों और गलियों में पानी भर गया, जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया। सबसे बड़ी चिंता की बात यह रही कि ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया, जिससे पानी के बहाव का कोई रास्ता नहीं बचा और क्षेत्र जलमग्न हो गया।इस जलभराव के दौरान एक दर्दनाक घटना घटते-घटते टल गई। अहल्या नगर में एक महिला अपनी कार के भीतर लगभग दो घंटे तक फंसी रही। जानकारी के अनुसार, पानी बढ़ने से गाड़ी का इलेक्ट्रॉनिक सेंसर लॉक खराब हो गया और दरवाज़े जाम हो गए। महिला बार-बार बाहर निकलने की कोशिश करती रही, लेकिन असफल रही। यदि समय पर मदद नहीं पहुँचती तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी।
रेस्क्यू अभियान बेहद जोखिमभरा था
घटना की खबर मिलते ही चंद्रशेखरपुर फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुँची। दमकलकर्मियों ने पंपिंग मशीनें लगाकर पानी निकालना शुरू किया और सावधानीपूर्वक महिला को कार से बाहर निकाला। रेस्क्यू अभियान बेहद जोखिमभरा था, लेकिन टीम की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने महिला की जान बचा ली। स्थानीय लोगों ने दमकलकर्मियों की इस बहादुरी की सराहना कर रहे हैं।घटना के बाद भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) और स्थानीय पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुँचे और स्थिति का जायज़ा लिया।भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भुवनेश्वर और कटक के जुड़वा शहरों सहित ओडिशा के 12 जिलों के लिए तत्काल चेतावनी जारी की है। शाम 5.15 बजे तक। 3 घंटे में मलकानगिरी, कंधमाल, गंजम, बरगढ़, झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़, संबलपुर, देवगढ़, बालासोर, केंद्रपाड़ा, कटक और खुर्दा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, बिजली चमकने के साथ गरज और सतही हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है
ड्रेनेज व्यवस्था वर्षों से उपेक्षित है
सूत्रों के मुताबिक शहर के कई हिस्सों में ड्रेनेज व्यवस्था वर्षों से उपेक्षित है। बरसात के समय नालियों की सफाई न होने और जल निकासी के पर्याप्त इंतज़ाम न रहने के कारण इस तरह की समस्याएँ अक्सर सामने आती हैं।भुवनेश्वर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है, लेकिन मंगलवार की घटना ने योजना की खामियों को उजागर कर दिया। यदि थोड़ी देर की बारिश में ही पूरा इलाका जलमग्न हो जाए और लोग जान जोखिम में डालने में मजबूर हो जाए, तो यह प्रशासन की गंभीर विफलता है।
क्षेत्र के निवासियों ने मांग की है कि नगर निगम जल्द से जल्द ड्रेनेज नेटवर्क को दुरुस्त करे। साथ ही, जहाँ जलभराव की समस्या बार-बार सामने आती है वहाँ अतिरिक्त पंपिंग मशीनें और वैकल्पिक व्यवस्थाएँ की जाएँ। प्रशासन को इस घटना से सबक लेना चाहिए।

