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Marathi Language Row: महाराष्ट्र में इस वक्त भाषा विवाद को लेकर जमकर हंगामा मचा हुआ है। राजनीतिक पार्टियां भी इस मुद्दे को लेकर अपनी-अपनी रोटियां सेक रही हैं। इसमें सबसे आगे राज ठाकरे की पार्टी MNS है जो हिंदी भाषी लोगों के साथ मारपीट कर रही है। मनसा कार्यकर्ताओं को इसमें उनके चीफ राज ठाकरे का खुला समर्थन मिला हुआ है, जिन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को ये नसीहत दी है कि किसी को मारते वक्त उसका वीडियो मत बनाओ। वैसे हिंदी भाषी लोगों के लिए राज ठाकरे की नफरत कोई नई नहीं है, इससे पहले भी वो यूपी,बिहार के लोगों के लिए जहर उगल चुके हैं।
अब इस कड़ी में शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बाल ठाकरे जो बोल रहे है वो शायद उनके बेटे उद्धव ठाकरे और भतीजे राज ठाकरे को पसंद ना आए।
“I may be Marathi in Maharashtra but I am Hindu in Bharat. We must embrace Hindutva over linguistic identities”
Balasaheb Thackeray
pic.twitter.com/KRrMVkGpYc— Kashmiri Hindu (@BattaKashmiri) July 5, 2025
‘मैं महाराष्ट्र में मराठी हो सकता हूं, लेकिन भारत में मैं हिंदू हूं’
उस वीडियो में बाल ठाकरे कह रहे हैं कि ‘मैं महाराष्ट्र में मराठी हो सकता हूं, लेकिन भारत में मैं हिंदू हूं’ वीडियो में बाल ठाकरे, अपने कंधों पर भगवा शॉल लपेटे हुए दिख रहे हैं और ‘मराठी’ और ‘हिंदू’ पहचान के ध्वजवाहक बने हैं। अपने बयान में उन्होंने आगे कहा ‘हमें भाषाई पहचानों से ऊपर हिंदुत्व को अपनाना चाहिए।
यह वीडियो महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के भीतर उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच हिंदी को “थोपने” के खिलाफ राज्य की भाषा की प्रधानता को लेकर चल रही खींचतान के बीच फिर से ऑनलाइन सामने आया है।
मनसे और शिवसेना (UBT) साथ चुनाव लड़ेगे
एक क्लिप शनिवार रात को ट्विटर पर पोस्ट की गई, जिसमें उद्धव और राज, जो करीब दो दशकों से एक-दूसरे से अलग-थलग हैं, मुंबई में ‘विजय रैली’ के लिए एक साथ आए। दोनों चचेरे भाई राज्य को प्राथमिक विद्यालय के छात्रों के लिए हिंदी को डिफ़ॉल्ट भाषा बनाने के आदेश को वापस लेने के लिए मजबूर करने का ‘जश्न’ मना रहे थे।
उद्धव ठाकरे, जो अपने पिता की राजनीतिक विचारधारा के उत्तराधिकारी के रूप में देखे जाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, एकनाथ शिंदे के अलग होने के बाद राजनीतिक रूप से कमजोर हो गए थे। विभाजन के बाद, उद्धव सेना ने कहा कि मनसे और राज गठबंधन में मुंबई नागरिक चुनाव लड़ेंगे।