Aniruddhacharya Akhilesh Yadav Controversy: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में दोनों सड़क किनारे खड़े होकर बातें करते नज़र आ रहे हैं। अखिलेश यादव अनिरुद्धाचार्य से कुछ सवाल पूछते हैं। जवाब सुनने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि अब हमारे रास्ते अलग हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब अनिरुद्धाचार्य ने इस वीडियो पर टिप्पणी की है।
वायरल वीडियो पर अनिरुद्धाचार्य ने क्या कहा?
वायरल वीडियो पर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने एक कथा के दरम्यान कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम मुझसे कहते हैं कि मेरा रास्ता अलग है और उनका रास्ता अलग है। क्यों? क्योंकि उनके द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर उनकी इच्छा के मुताबिक नहीं दिया गया। मैंने वही उत्तर दिया जो सत्य था। सोचिए, वह नेता मुझसे कह रहा है कि मेरा रास्ता अलग है, उनका रास्ता अलग है!
अनिरुद्धाचार्य ने आगे कहा कि वह मुसलमानों से यह नहीं कहते कि हमारा रास्ता अलग है और तुम्हारा रास्ता अलग है। वह मुसलमानों से कहते हैं कि जो तुम्हारा रास्ता है, वही हमारा रास्ता है। सोचिए, जब राजाओं के अंदर इतनी नफरत भरी होगी, तो यह देश कैसे समृद्ध होगा? वे प्रजा की सेवा कैसे करेंगे?
प्रसिद्ध कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य ने अपने वक्तव्य में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर टिप्पणी की… pic.twitter.com/RE4MEwxBEF
— Dinesh Purohit (@Imdineshpurohit) July 16, 2025
शूद्र को लेकर शुरू हुई बातचीत
बता दें कि वायरल वीडियो में अखिलेश यादव ने अनिरुद्धाचार्य से पूछा था कि जब भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था, तो उनका पहला नाम क्या था? इस पर अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि जन्म के बाद भगवान के कई नाम रखे गए। उन्हें कन्हैया भी कहा गया। दरअसल, दोनों के बीच शूद्र को लेकर बातचीत हुई थी। अखिलेश यादव ने कहा कि हम शूद्र जैसी चीजों में विश्वास नहीं करते।
जब अखिलेश यादव जी और अनिरुद्धाचार्य का आमना सामना हुआ
तो अखिलेश यादव जी ने अनिरुद्धाचार्य का ले लिया टेस्ट pic.twitter.com/QVSr1m0Ayg
— Bhanu Nand (@BhanuNand) July 13, 2025
अखिलेश बोले- हमारा रास्ता अलग है
अखिलेश यादव ने कहा कि हम जाति व्यवस्था में यकीन नहीं करते, हम इसे अच्छा नहीं मानते। इस पर अनिरुद्धाचार्य ने पूछा कि आप इसे अच्छा क्यों नहीं मानते? इस पर सपा प्रमुख ने कहा था कि हमसे बहस मत कीजिए, हम बस इसे नहीं मानते। इसके बाद कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने अखिलेश यादव को वृंदावन आने का न्योता दिया। इस पर अखिलेश ने पूछा कि बताइए भगवान कृष्ण का पहला नाम क्या था? जवाब में अनिरुद्धाचार्य ने कहा था कि उनके तो अनेकों नाम हैं, पहला नाम कृष्ण, कन्हैया, वासुदेवनंदन था। जवाब सुनते ही उन्होंने कहा कि अब हमारा रास्ता अलग है और आपका रास्ता अलग है।