ग्लाइसेमिक इंडेक्स का अंतर
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) बताता है कि कोई भी भोजन शरीर में कितनी तेजी से ग्लूकोज में बदलता है। नारियल चीनी का GI करीब 35 है, जो कम माना जाता है और धीरे-धीरे शुगर रिलीज करता है। इसके विपरीत, गुड़ का GI 60–65 के बीच है, यानी यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है। PCOS में जहां शुगर उतार-चढ़ाव से दिक्कतें बढ़ सकती हैं, वहां लो GI विकल्प हमेशा बेहतर रहता है। इस लिहाज से नारियल चीनी, गुड़ की तुलना में अधिक सुरक्षित साबित होती है।
इंसुलिन रेजिस्टेंस पर प्रभाव
PCOS की सबसे बड़ी समस्या इंसुलिन रेजिस्टेंस है। यानी शरीर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता और शुगर लेवल अस्थिर रहता है। गुड़, भले ही प्राकृतिक है, लेकिन इसका असर शरीर में रिफाइंड शुगर जैसा ही हो सकता है और शुगर लेवल तेजी से बढ़ा सकता है। नारियल चीनी अपेक्षाकृत धीरे-धीरे असर करती है, जिससे इंसुलिन पर दबाव कम पड़ता है। इसलिए PCOS से पीड़ित महिलाओं के लिए नारियल चीनी थोड़ा ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है।
पोषण की दृष्टि से तुलना
गुड़ में आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और फॉस्फोरस की मात्रा अच्छी होती है, जो खासकर एनीमिया या कमजोरी वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। वहीं, नारियल चीनी में ट्रेस मिनरल्स, पोटैशियम और ज़िंक मौजूद होते हैं, लेकिन इसमें खासियत है इन्युलिन फाइबर।

