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टॉयलेट में मोबाइल लेना बना सकता है आपको इस गंभीर बीमारी का शिकार

टॉयलेट में मोबाइल का इस्तेमाल भले ही आरामदायक लगे, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. इसलिए अगली बार जब आप टॉयलेट जाएं, तो मोबाइल को बाहर ही छोड़ दें. आपकी यह छोटी-सी सावधानी बड़ी बीमारी से बचा सकती है.

Published by Komal Singh

आजकल ज्यादातर लोग टॉयलेट में भी मोबाइल लेकर चले जाते है. कोई सोशल मीडिया स्क्रॉल करता है, कोई वीडियो देखता है या फिर चैट करता है. यह आदत भले ही लोगों को आम लगती हो, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है. टॉयलेट में मोबाइल का इस्तेमाल करने से कई बिमारीयां हो सकती है उनमें से एक है बवासीर सुनने में हर किसी को मजाक लगता है लेकिन मोबाइल को टॉयलेट में चालाना आपकि जान के लिए खतरा साबित हो सकता है.

बवासीर क्या है ?

बवासीर या पाइल्स एक ऐसी समस्या है जिसमें गुदा और मलाशय की नसें सूज जाती हैं. इससे दर्द
, खुजली, जलन और कभी-कभी खून आने जैसी दिक्कतें होती हैं. यह बीमारी आमतौर पर तब होती है जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक टॉयलेट में बैठा रहता है और मोबाइस इस आदत को और ज्यादा बढ़ा देता है.

 मोबाइल क्यों बढ़ाता है बवासीर का खतरा

जब हम मोबाइल लेकर टॉयलेट जाते है, तो जरूरत से देर तक बैठे रहते हैं. मोबाइल पर वीडियो,चैट या स्क्रॉल करते-करते समय का अंदाजा नहीं रहता. जितनी देर हम बैठे रहते है, उतनी देर गुदा की नसों पर दवाब बढ़ता है. इससे नसें सूजने लगती है और बवासीर का खतरा बढ़ जाता है.ध्यान भटकने से मल त्याग की प्रक्रिया रुक जाती है और मल सख्त हो जाता है, जिससे टॉयलेट करने में दर्द और खून आने की समस्या शुरू हो जाती है. लंबे समय तक बैठे रहने से खून का प्रवाह भी प्रभावित होता है. उस हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिससे सूजन और दर्द बढ़ने की संभावना रहती है. मोबाइल का इस्तेमाल करते समय झुककर बैठना भी नसों पर दबाव बढ़ाता है और गुदा कमजोर हो सकता है.


 बवासीर के शुरुआती लक्षण

अगर आप टॉयलेट के बाद दर्द, जलन, खुजली, सूजन या खून आने जैसी समस्या महसूस करते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें. ये बवासीर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. समय पर इलाज और सही जीवनशैली अपनाने से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.

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बवासीर से बचने के आसान उपाय

टॉयलेट में मोबाइल ले जाना बंद करें और केवल जरूरत के लिए वहां जाएं। कोशिश करें कि पांच मिनट से ज्यादा टॉयलेट में न बैठें. खाने में फाइबर युक्त चीजें जैसे फल, हरी सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें.

 

Komal Singh

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