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पिता ने छोड़ा साथ, हौसले ने नहीं! मां ने सुनाया संघर्ष का सफर, लक्ष्य ने दुबई में ब्रॉन्ज जीतकर किया नाम रोशन

Haryana News: खेल के मैदान से हरियाणा के लिए एक और गर्व का पल सामने आया है. फरीदाबाद के 17 साल के रहने वाले लक्ष्य गुप्ता ने दुबई में हुए पैरा यूथ एशियन गेम्स 2025 में टेबल टेनिस इवेंट की पैरा यूथ U-17 कैटेगरी में कांस्य पदक जीतकर भारत और हरियाणा का नाम रोशन किया है.

By: Mohammad Nematullah | Published: December 21, 2025 7:48:04 PM IST



Haryana News: खेल के मैदान से हरियाणा के लिए एक और गर्व का पल सामने आया है. फरीदाबाद के 17 साल के रहने वाले लक्ष्य गुप्ता ने दुबई में हुए पैरा यूथ एशियन गेम्स 2025 में टेबल टेनिस इवेंट की पैरा यूथ U-17 कैटेगरी में कांस्य पदक जीतकर भारत और हरियाणा का नाम रोशन किया है. उनके परिवार ने उनकी इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा कि लक्ष्य ने अपने शानदार प्रदर्शन से हर भारतीय को गर्व महसूस कराया है.

ओलंपिक गोल्ड मेडल का सपना

इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए लक्ष्य गुप्ता ने कहा कि वह ठीक से बोल नहीं पाते, लेकिन उन्होंने तीन साल पहले प्रोफेशनल तौर पर टेबल टेनिस खेलना शुरू किया था. आज इस मुकाम पर पहुंचकर वह बहुत खुश है. अब उनका सपना 2028 पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन करना है, और इसके लिए वह और भी कड़ी मेहनत करेंगे.

पिता ने परिवार को छोड़ दिया

बेटे की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए उनकी मां निशा गुप्ता ने बताया कि लक्ष्य के जन्म के एक साल बाद उन्हें पता चला कि वह दिव्यांग है. इस वजह से उनके पिता उन्हें छोड़कर चले गए. उन्होंने काम करके लक्ष्य को पाला. जब स्कूल में एडमिशन का समय आया, तो स्कूलों ने कहा कि यह बच्चा दूसरे बच्चों के साथ बैठने के लायक नहीं है, जिसके बाद उन्होंने स्कूल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की. बाद में उन्होंने अपने बेटे का एडमिशन उसी स्कूल में करवाया. जहां वह पढ़ाती थी.

निशा गुप्ता ने बताया कि लक्ष्य के 10वें जन्मदिन पर किसी ने उसे टेबल टेनिस सेट गिफ्ट किया. जिसके बाद उसे इस खेल से गहरा लगाव हो गया. लक्ष्य को इस खेल की ट्रेनिंग दिलाना उनके बजट से बाहर था, लेकिन कुछ संगठन मदद के लिए आगे आए, और उनका समर्थन आज भी जारी है. उन्हीं के समर्थन की वजह से लक्ष्य इतने बड़े टूर्नामेंट में मेडल जीत पाया है.

सरकार से की अपील

सरकार से अपील करते हुए निशा गुप्ता ने कहा कि खेल नीति के अनुसार लक्ष्य को जो नकद पुरस्कार और सुविधाएं मिलनी चाहिए, उन्हें जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाए, ताकि वह अपने खेल की बारीकियों को और भी बेहतर तरीके से समझ सके. सरकार की मदद से लक्ष्य अपनी खेल यात्रा को और भी ऊंचाइयों पर ले जा सकता है. 

उपलब्धियां:

  • 2021 और 2023 में पैरा नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता.
  • 2023 में साउथ अफ्रीका में हुए BRICS गेम्स में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता.
  • खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता.
  • 15 साल की उम्र में U-23 पैरा कैटेगरी में एशिया में नंबर वन रैंकिंग हासिल करके एक नया रिकॉर्ड बनाया.

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