भिवानी से जोनी कुमार की रिपोर्ट: भवन निर्माण कामगार युनियन भिभानी ब्लॉक के आठवे समेलन में श्रमिक अपने अधिकारो केलिए जामकर गरजे और बढ़ चढ़ कर कर भाग लेने का आह्वाहन किया। मजदूर और मैकेनिक नेहरू पार्क में एकत्र हुए और जुलूस निकालते हुए सचिवालय पहुंचे।उन्होंने लघु सचिवालय से बाहर निकलकर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया और श्रम मंत्री अनिल विज के कार्यालय में जाकर ज्ञापन सौंपा। इससे पहले, उन्होंने नेहरू पार्क में बैठक की अध्यक्षता भवन कामगार यूनियन के जिला सचिव अनिल और अन्य यूनियन नेताओं को सौंपी।भवन निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के पास हजारों रुपये जमा हैं लेकिन फिर भी भिवानी में 50 हजार तो हरियाणा में 10 लाख मज़दूरों के परिवार हुए वंचित रखा गया है और दूसरी और साइट बंद होने से मज़दूर सरकारी योजनाओं के लाभ से भी वंचित रखा गया है।
राशि अभी तक उपलब्ध नहीं करवाई गयी
हरियाणा प्रदेश प्रमुख ने कहा ,मज़दूरों की बेटियों की शादी हो चुकी, जापा हो लिया, छूछक दे चुके, पर सरकार ने कन्यादान की राशि अभी तक उपलब्ध नहीं करवाई है। मज़दूरों को कन्यादान, वज़ीफ़ा व मृत्यु होने पर कोई पैसा नहीं मिल रहा। यूनियन ने चेतावनी दी है कि मांग नहीं मानी तो विज के आवास पर धरना प्रदर्शन करेंगे। मज़दूरों की वेरिफ़िकेशन को लेकर बंद की गई विभाग की साइट को लेकर भिवानी में सैंकड़ों मज़दूर सड़कों पर उतरे। इनका आरोप है साइट बंद होने से कई महीनों से मज़दूरों को सरकार की किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा। अब मज़दूर यूनियन ने मांग पूरी ना होने पर बड़ी चेतावनी दी है।
मांग को लेकर के किया गया प्रदर्शन
नेहरू पार्क से लघु सचिवालय तक भवन कामगार यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन को लेकर सड़क पर उतरे ये मज़दूर हैं। जो श्रम विभाग की साइट ना चलने से सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं। साइट को खुलवाने की मांग को लेकर ये प्रदर्शन किया गया। साथ ही जल्द मांग ना मामने पर बड़ी चेतावनी भी दी।भवन कामगार यूनियन के जिला सचिव अनिल ने कहा कि मज़दूरों की वेरिफ़िकेशन के नाम पर श्रम विभाग की साइट डेढ़ माह से बंद है। जिसके चलते मज़दूरों के परिवारों को कन्यादान, वज़ीफ़ा या मौत होने पर मिलने वाली योजनाओं का कोई पैसा नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि भिवानी में 50 हजार व प्रदेश भर में 10 लाख के करीब मज़दूरों के परिवार सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि वेरिफ़िकेशन हो, पर यूनियन के पदाधिकारियों को भी शामिल किया जाए तथा साइट को खोला जाए। वरना 31 अगस्त को श्रम मंत्री अनिल विज के आवास पर हरियाणा भर के मज़दूर पहुँचेंगे।
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सरकार ने कन्यादान नहीं दिया
वहीं जिला प्रधान सदीक ने बताया कि साइट बंद होने के बाद लाभार्थियों मज़दूर या उसके परिवार को कोई पैसा नहीं मिला। क मज़दूरों की बेटियों की शादी हो चुकी है, जापा हो चुका है, छूछक दिया जा चुका है, पर सरकार ने कन्यादान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि इसके चलते प्रदेश भर के मज़दूरों में सरकार के प्रति रोष हैं। सरकार की अपनी दलीलें हैं और मज़दूरों की अपनी। पर कुछ लोगों द्वारा गड़बड़ी करने की आशंका के चलते बंद की गई साइट से हर मज़दूर का परिवार परेशान हैं। ऐसे में देखना होगा कि गब्बर का विभाग मज़दूरों की कब और कैसे सुनवाई करता है।
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