Samosa In India: भारत में समोसा महज एक नाश्ता नहीं, बल्कि संस्कृति और भावनाओं का प्रतीक बन गया है। जब मसालेदार आलू, मटर या कभी-कभी पनीर को कुरकुरी पेस्ट्री में भरा जाता है, तो यह हर उम्र और वर्ग के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। सुबह की चाय के साथ हो या शाम की गली-मोहल्ले की चाय की टोकरी में, समोसा हर मौके को खास बना देता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भारतीय एक दिन में कितने समोसे खाते हैं।
भारतीय हर दिन लाखों समोसे का उठाते है लुफ्त
समोसे की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत में हर दिन लाखों समोसे खाए जाते हैं। सड़क किनारे की दुकानों से लेकर बड़े कैफ़े और पाँच सितारा होटलों तक, समोसे का बोलबाला हर जगह है। एक कप चाय के साथ इसका मेल भारतीयों के लिए किसी जादू से कम नहीं है। हर निवाले में कुरकुरापन और मसालों का सही मिश्रण इसे इतना लुभावना बना देता है कि एक बार खाने के बाद लोग इसे बार-बार खाने के लिए आते हैं।
समोसा सिर्फ़ एक स्वाद ही नहीं, एक एहसास भी बन गया है। भारत के हर राज्य में समोसे का अपना रंग और स्वाद है। दिल्ली और उत्तर भारत में तीखे आलू-प्याज वाले समोसे मशहूर हैं, वहीं गुजरात में थोड़े मीठे और मसालेदार समोसे भी मिलते हैं। पश्चिम और दक्षिण भारत में, मसालों और सामग्री में थोड़ा सा बदलाव इसे हर क्षेत्र के लोगों के लिए खास बना देता है।
भारतीय एक दिन में इतने समोसे खाते हैं
सच कहूँ तो, भारत में समोसा सिर्फ़ पेट भरने का नाम नहीं है, बल्कि हर दिल का अजीज़, हर मुस्कान का हिस्सा और हर चाय की प्याली के साथ प्यार बाँटने का साथी बन गया है। अगर रोज़ाना समोसे खाने वाले भारतीयों की बात करें, तो रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारत में हर दिन लगभग 30 लाख समोसे खाए जाते हैं। लोग न सिर्फ़ अपने घरों में, बल्कि सड़क किनारे की दुकानों पर भी तीखी हरी चटनी और मीठी इमली व सोंठ की चटनी के साथ समोसे का लुत्फ़ उठाते हैं, जिसका स्वाद ज़बान से कभी नहीं जाता।

