Bhojpuri Double Meaning Songs: भोजपुरी के गाने बोल्ड और सेक्सी सीन से भरे होते हैं, अपने डबल मीनिंग लिरिक्स की वजह से विवादों में घिर जाते हैं। कई लोगों को भोजपुरी गाने की वाइब पसंद आती है, तो कई लोग ऐसे भी हैं, जो भोजपुरी गानों को गंदा और अश्लील बातते हैं। भोजपुरी के कई गाने ऐसे है, जिसमें डबल मीनिंग लिरिक्स भर-भर कर दिए गये हैं, जिन्हें पहले चोरी-छुपे सुना जाता था, लेकिन अब इन्हें खुलेआम शआदी पार्टि में बजाया जाता हैं। चलिए देखे हैं उन भोजपुरी गानों की लिस्ट, जिसे सुन आप भी जायेंगे शर्मा और कानों के कर लेंगे बंद
भोजपुरी गानों जो भरे हैं डबल मीनिंग लिरिक्स से
आज के दौर में भोजपुरी गाने उतनी ही ज्यादा मशहूर है, जितने बॉलीवुड, हॉलीवुड और पंजाबी गाने। लोगों को भोजपुरी गानों की वाइब पसंद आने लगीं हैं, ऐसे में अगर आप भी भोजपुरी गानों के दीवाने हैं, तो आप इन भोजपुरी गानों को सुन सकते हैं, जो डबल मीनिंग लिरिक्स से खचाखच भरे हुए हैं।
भरतार करे मालिस’ (Bhatar Kare Malis)
भोजपुरी के अश्लील गानों की लिस्ट में सबसे पहला नाम इस भोजपुरी गाने ‘भरतार करे मालिस’ का आता हैं, इस गाने में डबल मीनिंग लिरिक्स भर-भर कर दिए गए हैं, जिसकी वजह से यह काफी विवादों में रहा था। इस भोजपुरी गाने को प्रियंका सिंह ने गाया है और उनकी दिलकश अवाज ने गाने का मजा डबल कर दिया था। इस भोजपुरी गाने ‘भरतार करे मालिस’ (Bhatar Kare Malis) को कई लोगों द्वारा काफी ज्यादा पसंद किया गया था।
‘राते दिया बुता के पिया क्या क्या किया’ (Raat Diya Buta Ke)
भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) का गाना ‘राते दिया बुता के पिया क्या क्या किया’ भी अश्लील लिरिक्स से भरा है, जिसकी वजह से यह काफी ज्यादा चर्चा में रहा था। कई लोगों को यह भोजपुरी गाना खूब पसंदल आया था, लेकिन कई लोगों ने इस भोजपुरी सॉन्ग ‘राते दिया बुता के’ (Raat Diya Buta Ke) की खूब आलोचना की थी। इस भोजपुरी गाने को खुद पवन सिंह ने अपनी अवाज में गाया था
‘चाची के बाची सपनवाँ में आती है’ (Chachi Ke Bachi Sapanwa Mein Aati)
भोजपुरी के अश्लील गानों की लिस्ट में खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) का गाना ‘चाची के बाची सपनवाँ में आती है’ भी शामिल हैं। इस भोजपुरी गाने में डबल मीनिंग लिरिक्स भर-भर के दिए गए हैं, जिसकी वजह से यह गाना विवादों में भी रहा है और गाने के बोल पर आपत्ति जताते हुए सिंगर के खिलाफ शिकायत भी दर्ज हुई है। लेकिन फिर भी यह गान ‘चाची के बाची सपनवाँ में आती है’ (Chachi Ke Bachi Sapanwa Mein Aati) आज भी लोगों को बेहद पसंद है।