The Battle of Galwan Story: सलमान खान की आने वाली फिल्म The Battle of Galwan को लेकर फैंस के बीच खलबली मची हुई है। वहीँ इस फिल्म में सलमान खान एक भारतीय सैनिक के रूप में नजर आएंगे। अब फैंस इस बात को जानने के लिए उत्सुक हैं कि आखिर इस फिल्म में क्या होने वाला है। ऐसा इसलिए क्यूंकि हाल ही में सलमान खान ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, उन्हें इस फिल्म की शूटिंग के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। तो आइए जान लेते हैं कि क्या है गलवान घाटी का इतिहास?
क्या होने वाला है सलमान की फिल्म में
15 जून 2020 की रात लद्दाख की गलवान घाटी में जो हुआ, उसने भारत-चीन संबंधों के इतिहास में एक नया और दर्दनाक अध्याय जोड़ दिया। वहीँ पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी आक्रमण को नाकाम करने के लिए ड्यूटी के दौरान 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। हुआ कुछ यूँ था कि, 2020 के अप्रैल-मई में चीन ने तिब्बती पठार पर अपनी वार्षिक सैन्य अभ्यास के लिए आई सेना को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की ओर भेजा, जिससे भारत के साथ तनाव बढ़ा। इस दौरान चीनी सेना (PLA) ने छह स्थानों पर भारतीय सेना को गश्त करने से रोकने के लिए अवरोध बनाए।
भारतीय सैनिकों ने ऐसे लड़ा युद्ध
आपकी जानकारी के लिए 22 मई 2020 को भारतीय सैनिकों ने गलवान नदी पर एक अस्थायी पुल बनाने की कोशिश की, ,ऐसा इसलिए किया गया ताकि चीनी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। लेकिन जब चीन को इसके बारे में पता चला तो चीन ने 6 जून को 80 सैनिक भेजकर पुल तोड़ने की कोशिश की, इतना ही नहीं इस दौरान इन लोगों का मकसद ही कुछ और था। जब चीनी सैनिक आए तो 100 भारतीय सैनिकों के साथ तनाव बढ़ा। दोनों पक्षों ने बफर जोन से सैनिक हटाने और निर्माण रोकने पर सहमति जताई, लेकिन चीन ने वादा तोड़ा और भारतीय पुल तोड़ने लगा।
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चीनी सैनिकों का हुआ बुरा हाल
वहीँ फिर 15 जून की रात को यहाँ जबरदस्त झड़प हुई। 15 जून 2020 को कर्नल संतोष बाबू के नेतृत्व में भारतीय सैनिकों ने चीनी अतिक्रमण हटाने की कोशिश की। चीनी कमांडर क्यूई फैबाओ ने बातचीत के बजाय 150 सैनिकों के साथ हमला किया, जिससे हिंसक झड़प हुई। और इस झड़प में 16वीं बिहार रेजिमेंट के कर्नल संतोष बाबू सहित 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए। चीन ने शुरुआत में अपने नुकसान से इनकार किया था। महीनों तक इनकार करने के बाद, उसने 5 सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की। वहीं, कुछ स्वतंत्र रिपोर्टों के अनुसार, इस झड़प में चीन के 35 से 40 सैनिक मारे गए।