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‘सच्चा प्यार मुझे…’; सामंथा रुथ प्रभु ने डेटिंग रूमर्स के बीच यह क्या कह दिया?

Samantha Ruth Prabhu : समांथा रूथ प्रभू इन दिनों फिल्ममेकर राज निदिमोरु संग अफेयर को लेकर सुर्खियां बटोर रही हैं. इस बीच उन्होंने प्यार को लेकर ऐसी बात कह दी जिसने सभी की ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है.

By: Preeti Rajput | Last Updated: September 29, 2025 8:07:41 AM IST



Samantha Ruth Prabhu Poem: साउथ एक्ट्रेस समांथा रूथ प्रभू (Samantha Ruth Prabhu) इन दिनों फिल्ममेकर राज नीदिमोरु के साथ डेटिंग की अफवाहों के चलते सुर्खियों में बनी हुई हैं. इस बीच एक्ट्रेस ने अपने लेटेस्ट फोटोशूट की एक वीडियो शेयर की है. इस वीडियो में वह अपने सिजलिंग अवतार में नजर आ रही हैं. वीडियो देख अपने अपना दिलहार बैठे हैं. हालांकि वीडियो से ज्यादा इसके कैप्शन ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा.

समांथा ने शेयर की वीडियो

साउथ एक्ट्रेस ने वीडियो शेयर कर एक कैप्शन लिखा था. यह कैप्शन अब फैन्स के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. उन्होंन कैप्शन में लिखी कविता के जरिए लोगों को बताया कि- 30 साल की उम्र के बाद उनकी लाइफ में काफी बदलाव आ जाता है. सभी के नेचर में एक ठहराव सा आ जाता है. आप अपनी जिंदगी को एक अलग और नए नजरिए से देखने लग जाते हैं.

वीडियो के कैप्शन में लिखी प्यार भरी कवीता

समांथा ने अने दिल क बातों को बेहद सहजता के साथ एक खूबसूरत कवीता में पिरो दिया है. उन्होंने कविता के जरिए बताया कि दुनिया किस तरह तुम्हारे आगे फीकी पड़ जाती है. समांथा ने कविता की शुरूआत करते हुए लिखा – दुनिया कहती है कि तीस के बाद सब कुछ ढलान पर है. तुम्हारी चमक फीकी पड़ जाएगी, तुम्हारी खूबसूरती गायब हो जाएगी और तुम्हें अपने बीसवें दशक में जल्दी-जल्दी चलना चाहिए. सब कुछ बनने की कोशिश में….



एक्ट्रेस ने आगे लिखा- एक आदर्श चेहरा, एक आदर्श शरीर, एक आदर्श जीवन…मानो समय निकल रहा हो. मेरा बीसवां दशक शोरगुल भरा और बेचैनी भरा था. मैंने उसे भागदौड़ में बिताया. काफी दिखने की, काफी महसूस करने की, काफी होने की जल्दी में. मुखौटे को संभालने की जल्दी में ताकि कोई यह न देख सके कि मैं अंदर से कितना खोया हुआ महसूस करता हूं.

‘पहले से ही संपूर्ण हूं’

एक्ट्रेस उदास मन से आगे लिखती हैं- किसी ने मुझे नहीं बताया कि मैं पहले से ही संपूर्ण हूं. किसी ने मुझे नहीं बताया कि प्यार… सच्चा प्यार… मुझे वैसा ही पा लेगा जैसा मैं हूं, बिना खुद को ऐसे मोड़े, जो मैं कभी बनना ही नहीं चाहता था. एक्ट्रेस तीस साल की कठिनाई को बताते हुए लिखती हैं- फिर मेरा तीसवां दशक आया. कुछ नरम हुआ.

‘मैंने पुरानी गलतियों का बोझ’

कुछ खुला. मैंने पुरानी गलतियों का बोझ, ढोना बंद कर दिया. मैंने खुद को ढालने की कोशिश करना बंद कर दिया. मैंने दो ज़िंदगियां जीना बंद कर दिया…एक जो मैंने दुनिया को दिखाई और एक जो मैंने चुपचाप जी. और अचानक, मैं जो इंसान सबके सामने थी वही इंसान थी जब कोई नहीं देख रहा था.और वह सबसे ज़्यादा जीवंत था जो मैंने कभी महसूस किया था.

‘ उसकी संपूर्णता की कामना करती हूं’

समांथा अंत में लिखती हैं कि – मैं हर लड़की के लिए यही कामना करती हूं. मैं उसकी संपूर्णता की कामना करती हूं. मैं उसके लिए उस तरह की शांति की कामना करती हूं, जो तब आती है जब वह भागना बंद कर देती है और आखिरकार अपने घर लौट आती है. क्योंकि जब आप पूरी तरह से खुद होते हैं…बिना किसी माफ़ी के, बिना किसी दिखावे के…तो आप सिर्फ़ खुद को आज़ाद नहीं करते. आप पूरी दुनिया को आज़ाद कर देते हैं.

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