Miss Universe 2025 Controversy: मिस यूनिवर्स 2025 को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. फिनाले से ठीक पहले जूरी पैनल के दो प्रमुख जज—उमर हरफौच और क्लाउड मैकेले—ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद आयोजन की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. सबसे पहले उमर हरफौच ने इस्तीफ़ा देते हुए एक वीडियो जारी कर दावा किया कि प्रतियोगिता में धांधली हो रही है.
उन्होंने कहा कि जूरी पैनल में ऐसे लोग शामिल किए गए हैं जिनका कुछ कंटेस्टेंट्स के साथ निजी संबंध है, जिससे वोटिंग प्रक्रिया में हितों का टकराव हो सकता है. उमर ने यह भी आरोप लगाया कि परिणामों के प्रबंधन और वोटों की गिनती से जुड़े लोग भी कुछ प्रतिभागियों से जुड़े हैं, जिससे निष्पक्षता पर संदेह और बढ़ जाता है.
इस वजह से लिया जूरी छोड़ने का फैसला
उमर ने आगे बताया कि मिस यूनिवर्स के मालिक राउल रोचा के साथ हुई “अपमानजनक बातचीत” के बाद उन्होंने जूरी छोड़ने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि वोटिंग प्रॉसेस में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाने के बाद उनसे अनुचित तरीके से बात की गई. इसके बाद उन्होंने ऐलान किया कि वे इवेंट के लिए कंपोज किए गए म्यूजिक को भी वापस ले रहे हैं.
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एक और जज ने दिया पैनल से इस्तीफा
उसी बीच, फ्रेंच फुटबॉल मैनेजर और पूर्व प्रोफेशनल फुटबॉल खिलाड़ी क्लाउड मैकेले ने भी जज पैनल से इस्तीफा दे दिया. हालांकि उन्होंने किसी विशेष विवाद का उल्लेख नहीं किया, लेकिन इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कहा कि “निजी कारणों” के चलते वे इवेंट का हिस्सा नहीं बन पाएंगे. क्लाउड ने मिस यूनिवर्स की विविधता और सशक्तिकरण की वैल्यूज़ की सराहना करते हुए आयोजन समिति और प्रतिभागियों से माफी भी मांगी.
मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन ने आरोपों को लेकर क्या कहा?
इस बढ़ते विवाद के बीच मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन (एमयूओ) ने उमर हरफौच के आरोपों को खारिज कर दिया. संगठन ने दावा किया कि जजों का पैनल पूरी पारदर्शिता के साथ तय हुआ था और किसी भी प्रकार की अनियमितता का कोई आधार नहीं है. साथ ही, एमयूओ ने बयान जारी कर उमर को ब्रांड से जुड़ने और उसके ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया. विवाद के चलते मिस यूनिवर्स 2025 की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं, जबकि आयोजन समिति पारदर्शिता का दावा कर रही है.