Sapna choudhary : हरियाणवी डांसिंग सेंसेशन सपना चौधरी अब सिर्फ एक स्टेज परफॉर्मर नहीं, बल्कि बड़े पर्दे पर भी अपनी जिंदगी की कहानी लेकर आ रही हैं. उनकी बायोपिक फिल्म ‘मैडम सपना’ बन रही है, जिसमें उनके स्ट्रगल, प्यार, सफलता और व्यक्तिगत जीवन के अनछुए पहलुओं को दिखाया जाएगा. लेकिन इस फिल्म के बनने से पहले ही सपना की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आया, जिसने उनके दिल को तोड़ दिया.
मां के बिना अधूरी रह गई सपना की सबसे बड़ी “सपना”
इस फिल्म को लेकर सपना चौधरी बहुत एक्साइटेड थीं, लेकिन उससे भी ज्यादा ये फिल्म उनके लिए भावनात्मक रूप से जुड़ी हुई थी- क्योंकि वो चाहती थीं कि इस फिल्म को सबसे पहले उनकी मां देखें. लेकिन दुर्भाग्यवश, सपना की मां अब इस दुनिया में नहीं रहीं. एक इंटरव्यू में सपना ने बताया था कि उन्होंने अपनी मां के लिए पूरा थिएटर बुक किया था. वो चाहती थीं कि जब फिल्म रिलीज हो, तो वो और उनकी मां अकेले उस थिएटर में बैठकर फिल्म देखें. उन्होंने कहा: “ये कहानी सिर्फ मेरी नहीं, मेरी मम्मी की भी है. मुझे बनाने में उनका सबसे बड़ा हाथ है. जो स्ट्रगल उन्होंने मेरे लिए किया है, वो मुझसे कहीं बड़ा है.”
मां के लिए बुक किया थिएटर
आज के समय में जहां लोग अपने माता-पिता के लिए समय निकालना भी मुश्किल समझते हैं, वहां सपना चौधरी का ये कदम वाकई में एक मिसाल है. थिएटर बुक करवाना केवल एक भव्य आयोजन नहीं था, बल्कि एक इमोशनल ट्रिब्यूट था अपनी मां के संघर्षों और त्याग के लिएय
सपना ने बताया कि वो चाहती थीं कि फिल्म को सबसे पहले उनकी मां देखें, क्योंकि वही उनकी असली प्रेरणा थीं. लेकिन अब उनकी मां के ना होने से ये सपना अधूरा रह गया.
सपना चौधरी की कहानी
इस फिल्म के जरिए लोगों को सपना की जिंदगी की वो झलक मिलेगी, जो स्टेज की चकाचौंध के पीछे छिपी है. कैसे एक आम लड़की ने सामाजिक बंदिशों और संघर्षों को पार करते हुए खुद को स्थापित किया- यही इस फिल्म का सार होगा.
इस कहानी से एक बेहद भावुक लेकिन शानदार संदेश निकलता है- अपने माता-पिता की अहमियत को समझना और उन्हें वो प्यार देना जो वे वाकई डिजर्व करते हैं. सपना चौधरी का ये कदम न केवल एक बेटी का प्यार दर्शाता है, बल्कि हर किसी को सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम अपने मां-बाप के लिए उतना करते हैं, जितना वे हमारे लिए करते हैं?

