Karan Johar Interview: बॉलीवुड में फिल्मों का बजट लगातार आसमान छू रहा है. आजकल 100 से 200 करोड़ की फिल्मों का बनना आम बात हो गई है. लेकिन, इन फिल्मों के बढ़ते खर्च का बड़ा हिस्सा एक्टर्स की मोटी फीस और सेट पर उनकी डिमांड्स पर खर्च होता है. इस पर अब फिल्ममेकर करण जौहर ने अपना गुस्सा जाहिर किया है.
कोमल नहाटा के यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान करण जौहर ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सभी प्रोड्यूसर्स मिलकर ऐसे एक्टर्स के खिलाफ आवाज उठाएं. उनका कहना है कि ये सिर्फ पैसों की नहीं, बल्कि नैतिकता की भी समस्या है.
पर्सनल ट्रेनर या खास डाइट जैसी डिमांड पर बोले करण
करण जौहर ने साफ कहा, “मुझे नखरे करने वाले एक्टर्स के साथ नैतिकता दिखाने में दिक्कत होती है. हम पहले से ही एक तय बजट रखते हैं. अगर कोई एक्टर इससे अधिक किसी पर्सनल ट्रेनर या खास डाइट जैसी डिमांड करता है, तो इसका खर्च उन्हें खुद उठाना चाहिए. ये खर्च प्रोड्यूसर के मत्थे नहीं मढ़ा जाना चाहिए. सिर्फ तभी प्रोडक्शन भुगतान करेगा, जब वह फिल्म की जरूरत होगी, जैसे किसी स्पोर्ट्स ड्रामा के लिए.”
‘एक्टर का काम है अच्छा दिखना’
उन्होंने आगे कहा कि एक्टर का काम है अच्छा दिखना और अपनी फिटनेस बनाए रखना. इसके लिए पर्सनल डायट कोच या ट्रेनर का खर्चा निर्माता क्यों उठाए? यही वजह है कि अब प्रोड्यूसर्स को सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
निर्माता और निर्देशकों को एकजुट होना पड़ेगा
करण ने यह भी बताया कि निर्माता और निर्देशकों के बीच अक्सर इस मुद्दे पर चर्चा होती रहती है, लेकिन सभी एकजुट नहीं हो पाते. कई बार निर्माता बदल जाते हैं और मुद्दा वहीं का वहीं रह जाता है. उन्होंने कहा कि अब इसे आगे बढ़ाने और एक्टर्स के बेवजह के खर्चों पर लगाम लगाने का समय आ गया है.

