मशहूर थिएटर मालिक और ‘खुदा गवाह‘ के प्रोड्यूसर मनोज देसाई ने हाल ही में एक चौंकाने वाला दावा किया है. विक्की लालवानी के यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि मेगास्टार अमिताभ बच्चन को एक बार ‘बेस्ट एक्टर’ का अवॉर्ड खरीदने का ऑफर मिला था, जिसे उन्होंने साफ ठुकरा दिया था. देसाई ने कहा कि बिग बी के मना करने के बाद यह अवॉर्ड अनिल कपूर को दे दिया गया था.
क्या था पूरा मामला?
मनोज देसाई ने उस दौर की एक घटना को याद करते हुए बताया, “एक बार अवॉर्ड फंक्शन के दौरान मैं और अमिताभ बच्चन साथ बैठे थे। तब फिल्म लेखक रऊफ अहमद मेरे पास आए और पूछा ‘अगर मैं अमिताभ बच्चन को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिलाऊं, तो क्या आप इस पूरी पार्टी का खर्च उठाएंगे?’
जब मनोज देसाई ने यह बात अमिताभ बच्चन को बताई, तो बिग बी का जवाब बेहद कड़ा था. उन्होंने कहा, “अमिताभ बच्चन अवॉर्ड नहीं खरीदते.” साथ ही उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा, “मुझे पता है कि यह अवॉर्ड किसे मिलेगा. यह अनिल कपूर को मिलेगा, क्योंकि उन्होंने पहले ही अपने घर की छत पर बड़ी पार्टी रखी है.” मनोज देसाई ने दावा किया कि अनिल कपूर उस साल फिल्मफेयर पार्टी का खर्च उठाने के लिए तैयार हो गए थे और इसीलिए उन्हें वह सम्मान मिला.
हालांकि, मनोज देसाई के दावे और रिकॉर्ड्स में थोड़ा अंतर नजर आता है. उन्होंने कहा कि अनिल कपूर को ‘मिस्टर इंडिया’ (1987) के लिए अवॉर्ड मिला था, जबकि हकीकत में अनिल कपूर ने अपना पहला फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड 1989 में ‘तेजाब’ के लिए जीता था. दिलचस्प बात यह है कि उसी साल अमिताभ बच्चन भी ‘शहंशाह’ के लिए इसी कैटेगरी में नॉमिनेटेड थे.
धर्मेंद्र का भी रहा यही सिद्धांत
मनोज देसाई ने यह भी बताया कि अमिताभ बच्चन की तरह धर्मेंद्र ने भी कभी अवॉर्ड्स के लिए समझौता नहीं किया. उन्होंने कहा, “धर्मेंद्र ने भी ऐसे ऑफर्स को हमेशा ठुकराया. जब उन्हें ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ मिला, तब उन्होंने अपनी स्पीच में भी इस दर्द को बयां किया था कि वे अपनी कई शानदार फिल्मों के लिए अवॉर्ड के हकदार थे, लेकिन उन्हें कभी वह सम्मान नहीं दिया गया.“
फिल्म ‘खुदा गवाह‘
1992 में रिलीज हुई मुकुल एस. आनंद की फिल्म ‘खुदा गवाह’ एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. फिल्म में अमिताभ बच्चन ने एक अफगान योद्धा की भूमिका निभाई थी, जबकि श्रीदेवी डबल रोल में नजर आई थीं। शिल्पा शिरोडकर और नागार्जुन भी इस फिल्म का अहम हिस्सा थे.

