फिल्मों में इंसानी किरदारों को तो अक्सर सराहना मिलती है, लेकिन इस बार एक कुत्ते ने सबका दिल जीत लिया है। हॉरर फिल्म की शूटिंग के दौरान एक डॉग ने इतनी शानदार परफॉर्मेंस दी कि क्रिटिक्स उसे ‘बेस्ट एक्टर’ तक कह रहे हैं। यह फिल्म पूरे 3 साल में पूरी हुई और अब रिलीज के बाद इसे साल की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक माना जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इस डॉग की अदाकारी ने कई बड़े एक्टर्स को पीछे छोड़ दिया है।
फिल्म की कहानी के बारे में
फिल्म की कहानी एक हॉरर ड्रामा है जिसमें इंसानों के साथ-साथ यह डॉग भी अहम किरदार निभाता है। आमतौर पर डॉग्स का रोल सिर्फ प्यारा या सहायक दिखाने तक सीमित रहता है, लेकिन इस फिल्म में निर्देशक ने इसे कहानी का मुख्य हिस्सा बनाया। यही कारण है कि जब दर्शक फिल्म देखते हैं तो उन्हें डर और भावनाओं का अनोखा मिश्रण महसूस होता है।
शूटिंग के समये की चुनौतीयां
शूटिंग में सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि एक जानवर से परफेक्ट सीन कैसे करवाया जाए। इसके लिए ट्रेनर्स ने डॉग को महीनों तक तैयार किया और धीरे-धीरे उसे हर सीन की आदत डलवाई। परिणाम ये रहा कि डॉग ने ऐसे भाव और रिएक्शन दिए जिन्हें देखकर दर्शक भी हैरान रह गए। यही वजह है कि क्रिटिक्स इसे ‘नेचुरल एक्टिंग’ मान रहे हैं।फिल्म को पूरा करने में पूरे तीन साल लगे। लंबी शूटिंग शेड्यूल, कठिन लोकेशन और हॉरर इफेक्ट्स के कारण प्रोडक्शन टीम को काफी मेहनत करनी पड़ी। लेकिन जब फिल्म बड़े पर्दे पर आई, तो मेहनत सफल साबित हुई। दर्शक न सिर्फ फिल्म की कहानी को सराह रहे हैं बल्कि खासतौर पर इस डॉग की एक्टिंग की चर्चा हर जगह हो रही है।
क्रिटिक्स का रीयल लाइफ एक्सपीरियंस
क्रिटिक्स का कहना है कि यह फिल्म हॉरर जॉनर में एक नया मानक स्थापित करती है। आमतौर पर डराने वाले दृश्यों में इंसानों की चीखें और बैकग्राउंड म्यूजिक अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन इस बार एक कुत्ते की उपस्थिति ही दर्शकों को सीट से हिलने नहीं देती।कुल मिलाकर यह फिल्म साबित करती है कि प्रतिभा केवल इंसानों तक सीमित नहीं है। एक जानवर भी अपने भाव और एक्सप्रेशन से दर्शकों का दिल जीत सकता है। यही वजह है कि आज यह डॉग फिल्मी दुनिया में ‘बेस्ट एक्टर’ के खिताब का हकदार बन गया है और फिल्म साल की टॉप लिस्ट में शामिल हो गई है।