Home > क्राइम > कलयुगी बेटा! आरी से मां-बाप के कर डाले टुकड़े, फिर बोरे में डाल ऐसे लगाया ठिकाने; वजह जानकर कांपेगी रूह

कलयुगी बेटा! आरी से मां-बाप के कर डाले टुकड़े, फिर बोरे में डाल ऐसे लगाया ठिकाने; वजह जानकर कांपेगी रूह

Jaunpur Murder Case: अपराध की इस दुनिया में लगातार बड़े बड़े हत्याकांड बढ़ते जा रहे हैं. वहीं अब यूपी से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी.

By: Heena Khan | Published: December 18, 2025 1:54:33 PM IST



UP Parents Murder Case: अपराध की इस दुनिया में लगातार बड़े बड़े हत्याकांड बढ़ते जा रहे हैं. वहीं अब यूपी से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. दरअसल, उत्तर प्रदेश के जौनपुर में 60 साल के एक बुजुर्ग जोड़े के गायब होने के मामले में उनके बेटे को दोहरे हत्याकांड के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इंजीनियर अंबेश को अपने माता-पिता, श्याम बहादुर (62) और बबीता (60) की कथित तौर पर हत्या करने, उनके शवों को आरी से काटने और अवशेषों को नदी में फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांचकर्ताओं ने बताया कि यह अपराध अंबेश की अंतर-धार्मिक शादी और पैसे को लेकर विवाद से जुड़े लंबे समय से चल रहे पारिवारिक झगड़े का नतीजा था.

अंतर-धार्मिक शादी को लेकर विवाद

पुलिस के अनुसार, अंबेश ने करीब पाँच साल पहले एक मुस्लिम महिला से शादी की थी, जिसका उसके माता-पिता ने कड़ा विरोध किया था. श्याम बहादुर, जो रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी हैं, ने कथित तौर पर अपनी बहू को घर में स्वीकार करने से मना कर दिया और बार-बार अपने बेटे से उसे छोड़ने के लिए कहा. दंपति के दो बच्चे थे, लेकिन विरोध जारी रहा. आखिरकार, अंबेश और उसकी पत्नी ने अलग होने का फैसला किया, और उसने 5 लाख रुपये के गुजारा भत्ता की मांग की.

पैसे को लेकर बहस जानलेवा बन गई

पुलिस ने बताया कि अंबेश को गुजारा भत्ता चुकाने के लिए पैसे की ज़रूरत थी और उसने 8 दिसंबर को अपने पिता से मदद मांगी. श्याम बहादुर ने कथित तौर पर मना कर दिया, जिससे दोनों के बीच ज़ोरदार बहस हुई. झगड़े के दौरान, अंबेश ने कथित तौर पर अपनी मां बबीता पर सिल बट्टे से हमला किया. जब श्याम बहादुर ने शोर मचाने की कोशिश की, तो अंबेश पर उनके सिर पर बार-बार हमला करने का आरोप है. पुलिस ने बताया कि दोनों माता-पिता की मौके पर ही मौत हो गई.

हत्याओं के बाद, अंबेश ने कथित तौर पर सबूत मिटाने की कोशिश की. लाशों को ठिकाने लगाने के लिए बड़ा बैग न मिलने पर, उसने गैरेज में रखे छोटे बोरियों का इस्तेमाल किया. पुलिस ने बताया कि उसने लाशों को छह टुकड़ों में काटने के लिए आरी का इस्तेमाल किया, उन्हें बोरियों में रखा, अपनी कार में लोड किया और सुबह-सुबह एक नदी में फेंक दिया.

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