Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में बस अब कुछ ही समय बाकी है. सीएम नितीश कुमार के साथ साथ कई विपक्षी नेताओं ने भी बिहार विधानसभा चुनाव में दम-ख़म दिखने की तैयारी कर ली है. वहीं आपको बता दें चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है. पहला चरण जहां 6 नवंबर है तो वहीं 11 नवंबर को दूसरा चरण, इतना ही नहीं नतीजे भी 14 नवंबर को सामने आ जाएंगे. वहीं JDU ने भी अपनी पूरी तैयारी कर ली है, अटकलें हैं CM नीतीश कुमार जिन चेहरों को चुनावी मैदान में उतारेंगे वो उनके बेहद खास है. आज हम आपको बताएंगे कि JDU किन किन चेहरों को विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी अखाड़े में उतार सकती है.
किन-किन को मिल सकती है सीट?
- बिजेंद्र यादव– सुपौल
- नरेंद्र नारायण यादव– आलमनगर
- विजय कुमार चौधरी–सराय रंजन
- श्रवण कुमार– नालंदा
- लेसी सिंह– धमदाहा
- उमेश कुशवाहा– महनार
- सुमित सिंह– चकाई ( पिछले चुनाव में निर्दलीय जीते थे)
- जयंत राज– अमरपुर
- मदन सहनी– बहादुरपुर
- सुनील कुमार– भोरे (सुरक्षित) पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं, अभी राज्य के शिक्षा मंत्री हैं.
- रत्नेश सदा– सोनवर्षा ( सुरक्षित)
- महेश्वर हजारी– कल्याणपुर (सुरक्षित)
- जमा खान– चैनपुर
- चेतन आनंद– शिवहर ( आनंद मोहन के बड़े बेटे हैं. पिछले चुनाव में आरजेडी के टिकट पर जीते थे.)
- सुदर्शन कुमार– बरबीघा
- सुधांशु शेखर– हरलाखी
- अनंत कुमार सिंह– मोकामा ( 14 को नामांकन की घोषणा के चुके हैं, अभी तक औपचारिक जदयू में शामिल नहीं हुए हैं. पिछले चुनाव में आरजेडी प्रत्याशी के रूप में जीते थे.)
- संतोष निराला– राजपुर (सुरक्षित)
- अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय – कुचायकोट
इन लोगों का कट सकता है टिकट
इसके अलावा कई उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनका टिकट बीजेपी काट सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन चेहरों के रिश्ते कहीं न कहीं JDU से ठीक नहीं चल रहे या वो पिछले चुनाव में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाए. अशोक चौधरी सकरा से, अमन हजारी कुशेश्वरस्थान से, दिलीप राय सुरसंड से. ये वो नाम हैं जिनका टिकट काटा जा सकता है. गोपाल मंडल का टिकट गोपालपुर से भी काटा जा सकता है क्योंकि ये जेडीयू के बड़बोले नेता, लगातार विवादों में रहे हैं. एक बार तो ये पिस्टल लेकर हॉस्पिटल तक पहुंच गए थे.