Bihar Vidhansabha Chunav 2025: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। विपक्ष जहां वोट चोरी और बिहार SIR को लेकर सरकार पर निशाना साधे हुए है। तो वहीं एनडीए अभी भी शांत है। लेकिन इस बीच सीएम नीतीश कुमार को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, राजधानी पटना के ‘बापू सभागार’ में राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के एक कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ। मदरसा सहायक ने सीएम के सामने ही विरोध किया।
खबरों के मुताबिक, शिक्षक अपनी पेंडिंग सैलरी को लेकर यहां गरमागरम हो रहे थे। उनका कहना था कि सीएम नीतीश कुमार आज ही उनका बकाया वेतन जारी करें। सीएम नीतीश यहां मदरसा बोर्ड के 100वें वर्षगांठ समारोह में शामिल होने आए थे। इसी बीच बारिश शुरू हो गई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के शिक्षक मौजूद थे। इस कार्यक्रम का नाम ‘माइनॉरिटी डायलॉग’ था।
नीतीश ने लालू-राबड़ी शासन की याद दिलाया
नीतीश कुमार जब मुसलमानों से मिले तो कुछ लोगों ने विरोध किया और अपनी नाराज़गी जताई। इस दौरान सीएम नीतीश ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से बातचीत भी की। नीतीश कुमार ने मुस्लिम समुदाय को लालू-राबड़ी शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि आरजेडी सरकार के दौरान मुसलमानों के लिए कोई काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “हमने मुसलमानों के लिए काम किया है। हम पर भरोसा रखें।”
आपको बता दें कि सीएम नीतीश ने हाल ही में बिहार में मदरसा शिक्षा बोर्ड का गठन किया है। उन्होंने इसकी ज़िम्मेदारी जेडीयू के प्रमुख मुस्लिम नेता सलीम परवेज़ को सौंपी है। सलीम परवेज़ ने नीतीश कुमार की सलाह पर ही इस भव्य आयोजन का आयोजन किया था। लेकिन हंगामे के कारण यह कार्यक्रम सफल नहीं हो सका।
मुस्लिम महिलाओं के हक में किया काम
सीएम नीतीश ने कार्यक्रम में कहा कि हमारी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए भी काम किया है। नीतीश कुमार ने कहा, “1989 में भागलपुर में दंगा हुआ था। लेकिन पिछली सरकारों ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जब हमारी सरकार बनी, तो हमने मामले की जांच कर कार्रवाई की और आरोपियों को सजा दिलाई। हमने मुस्लिम पीड़ितों को मुआवजा भी दिया।”

