Bihar Assembly Election Result 2025: बिहार में वोटों की गिनती चालू हो चुकी है और इसी के साथ पहला रुझान भी सामने आ गया. पहले रुझान में NDA और महागठबंधन, दोनों में ही कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. जहां एक तरफ जेडीयू के अनंत सिंह मोकामा सीट से आगे चल रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ धीरे-धीरे और जगहों से भी रुझान सामने आ रहे हैं.
बिहार में इस बार का चुनाव कई मायनों में पिछले चुनाव से अलग रहा है. इस बार दोनों चरणों में जमकर वोटिंग हुई, जिसके चलते पुराने रिकॉर्ड भी टूटे. इसके अलावा इस बार महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट किया है.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 पर एक नजर
वहीं पहले चरण की तरह बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान भी शांतिपूर्ण और उत्सवी माहौल में संपन्न हुआ. इस चरण में 122 सीटों पर रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग दर्ज की गई. अब जबकि दोनों चरणों का मतदान पूरा हो चुका है, विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल भी सामने आ गए हैं. सभी एग्जिट पोल के मुताबिक, एनडीए गठबंधन को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है. यानी कि एग्जिट पोल की माने तो एनडीए एक बार फिर से बिहार में सरकार बनाने जा रही है. हालांकि एनडीए में सीएम फेस को लेकर अभी भी चीजें स्पष्ट नहीं हो पाई हैं.
टूट गए सभी रिकॉर्ड
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार राज्य में कुल 66.91 प्रतिशत वोटिंग हुई, जो बिहार के चुनावी इतिहास में अब तक की सबसे अधिक है. 1951 में पहले विधानसभा चुनाव के बाद से आज तक इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने कभी भागीदारी नहीं की थी. चुनाव आयोग के आकड़ों के मुताबिक पहले चरण में 65.08 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ, जबकि दूसरे चरण में यह आंकड़ा बढ़कर 68.76 प्रतिशत तक पहुंच गया.
एग्जिट पोल में एनडीए की लहर
प्रमुख एजेंसियों के सर्वे के अनुसार, एनडीए को 133 से 167 सीटों के बीच मिल सकती हैं, जबकि महागठबंधन को 73 से 107 सीटों के बीच अनुमानित बढ़त दिखाई गई है. औसत आंकड़ों के अनुसार, एनडीए को लगभग 140 सीटें, जबकि महागठबंधन को 85 सीटें मिलने का अनुमान है. यानी एनडीए का न्यूनतम अनुमान (133 सीटें) भी बहुमत के लिए आवश्यक 122 के जादुई आंकड़े से ऊपर है.
क्या गलत साबित होंगे एग्जिट पोल?
हालांकि, याद दिला दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भी अधिकांश एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे. उस समय लगभग सभी एजेंसियों ने महागठबंधन को बढ़त दी थी, लेकिन नतीजे एनडीए के पक्ष में आए थे. इस बार भी रुझान एनडीए की ओर झुकाव दिखा रहे हैं, विशेषकर मिथिलांचल, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सहरसा जैसे इलाकों में जहां एनडीए की स्थिति मजबूत मानी जा रही है, जबकि कुछ क्षेत्रों में मुकाबला अभी भी कड़ा है.

