Bihar Chunav: कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र 2008 में बनाया गया था. या क्षेत्र पहले किशनगंज विधानसभा का हिस्सा था. यहाँ 2010 में राजद के अख्तरुल इमान जीते, 2014 के उपचुनाव में जदयू के मुजाहिद आलम जीते, 2015 में मुजाहिद आलम फिर विधायक बने. 2020 में ओवैसी की पार्टी AIMIM के हाजी इजहार असफी ने जदयू के मुजाहिद आलम को हरा कर विधायक बनें थे. बाद में, हाजी इजहार असफी ने ओवैसी की AIMIM छोड़ कर RJD का हांथ थाम लिया.
क्षेत्र का इतिहास
कोचाधामन को वर्ष 2008 में विधानसभा बनाया गया था. इससे पहले यह किशनगंज विधानसभा का हिस्सा हुआ करता था. आज के समय में यह 30 पंचायतों वाला विधानसभा क्षेत्र विकास के दौड़ में बेहतर रहा है फिर भी हर चुनाव में जीता हुआ चेहरा भिन्न रहा है.
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इलाके की राजनीति का केंद्र है कोचाधामन
माना जाता रहा है कि किशनगंज जिले में राजनीति की शुरुआत कोचाधामन से होती रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रफीक आलम कोचाधामन से ही सम्बन्ध रखते थे. यहाँ से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय तस्लीम उद्दीन को भी सम्मान मिला. वर्ष 1999 में जब वह लोकसभा का चुनाव हारे थे, उसके बाद वर्ष 2000 में कोचाधामन के समर्थन से किशनगंज विधानसभा का चुनाव जीतकर राज्य सरकार में निर्माण मंत्री बने.
हर दल में टिकट के कई उम्मीदवार
कोचाधामन का इतिहास विधानसभा बनाने के पहले से लेकर अबतक काफी अलग और दिलचस्प रहा है और इसमें देखने वाली बात यह होगी की क्या इस बार भी जीता हुआ चेहरा भिन्न रहेगा या इस बार पुनः विधायक जी का कार्यकाल दोहराया जाएगा. बताया जा रहा है की हर दल में टिकट के लिए कई उम्मीदवार हैं. ऐसी परिस्थिति इस मतदान को और भी अलग और रोचक बनती है.

