चिप दिग्गज कंपनी Nvidia ने Apple और Microsoft को पछाड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनकर इतिहास रच दिया है। गुरुवार को Nvidia का बाजार पूंजीकरण 3.92 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया, जो Apple के पिछले रिकॉर्ड 3.915 ट्रिलियन डॉलर और Microsoft के मौजूदा मूल्यांकन 3.7 ट्रिलियन डॉलर से कहीं ज़्यादा है। यह पहली बार है जब Nvidia ने वैश्विक स्तर पर नंबर वन का खिताब हासिल किया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती मांग ने Nvidia को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। AI को लेकर निवेशकों का उत्साह चरम पर है और Nvidia इस दौड़ का सुपरस्टार बनकर उभरा है। कंपनी के हाई-टेक चिप्स बड़े AI मॉडल को प्रशिक्षित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि Microsoft, Amazon, Meta, Alphabet और Tesla जैसी दिग्गज टेक कंपनियां अपने AI डेटा सेंटर के लिए Nvidia के प्रोसेसर पर निर्भर हैं। इन कंपनियों की मांग ने Nvidia के चिप्स की मांग को आसमान छू लिया है।
4 ट्रिलियन पर पहुंचा
2021 में कभी Nvidia की वैल्यू 500 बिलियन डॉलर के आसपास थी, लेकिन महज चार साल में कंपनी ने आठ गुना उछाल दर्ज किया है और 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा छूने को तैयार है। यह वैल्यू कनाडा और मैक्सिको के शेयर बाजारों की कुल वैल्यू से भी ज्यादा है। इतना ही नहीं, Nvidia का मार्केट कैपिटलाइजेशन ब्रिटेन में लिस्टेड सभी कंपनियों की कुल वैल्यू से भी बड़ा हो गया है।
शेयरों में उछाल
गुरुवार को Nvidia के शेयरों में 2.2% की उछाल देखने को मिली और यह 160.6 डॉलर प्रति शेयर पर पहुंच गया। इस उछाल ने कंपनी को अपने अमेरिकी टेक प्रतिद्वंद्वियों Apple और Microsoft से आगे कर दिया। खास बात यह है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वैश्विक टैरिफ घोषणाओं के बाद 4 अप्रैल को शेयर बाजार में आई गिरावट से Nvidia ने शानदार वापसी की है। कंपनी के शेयरों में उस समय के निचले स्तर से 68% से ज्यादा का उछाल आया है।
एआई बूम का सबसे बड़ा फायदा
एनवीडिया को एआई की दुनिया में चल रही क्रांति का सबसे बड़ा फायदा मिल रहा है। कंपनी के चिप्स का इस्तेमाल न सिर्फ एआई मॉडल को प्रशिक्षित करने में हो रहा है, बल्कि ये बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर को पावर देने में भी योगदान दे रहे हैं। टेक कंपनियां अपने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए अरबों डॉलर का निवेश कर रही हैं और इस दौड़ में एनवीडिया का कोई मुकाबला नहीं है।
निवेशकों और बाजार विश्लेषकों का मानना है कि एनवीडिया की यह उड़ान अभी रुकने वाली नहीं है। एआई तकनीक के बढ़ते दायरे और डेटा सेंटर की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए कंपनी की ग्रोथ स्टोरी लंबे समय तक जारी रहने की उम्मीद है। एनवीडिया की इस उपलब्धि ने न सिर्फ टेक इंडस्ट्री बल्कि दुनियाभर के निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।

