LPG Price Hike News: क्या घरेलू गैस सिलेंडर यानी एलपीजी की कीमतें बढ़ने वाली हैं? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि केंद्र सरकार घरेलू LPG सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी के मौजूदा फॉर्मूले में बदलाव करने की तैयारी में है. जानकारी के अनुसार पिछले महीने सरकारी तेल कंपनियों की ओर से अमेरिकी निर्यातकों के साथ सालाना सप्लाई कांट्रैक्ट पर साइन किए हैं. इसकी वजह से सरकार एलपीजी सब्सिडी के फार्मूले में बदलाव पर विचार कर रही हैbd
यहां पर आपको बता दें कि मौजूदा समय में सब्सिडी की गणना सऊदी कांट्रैक्ट प्राइस के आधार पर की जाती है, जो पश्चिम एशिया से एलपीजी सप्लाई के लिए एक स्टैंडर्ड है. हालांकि, सरकारी तेल कंपनियां अब फार्मूले में अमेरिकी स्टैंडर्ड प्राइस और अटलांटिक पार शिपमेंट में शामिल लॉजिस्टिक कॉस्ट को भी शामिल करने पर जोर दे रही हैं.
चार गुना ज्यादा होता है अमेरिका से शिपिंग का खर्चा
अमेरिका से शिपिंग का खर्चा सऊदी अरब से आने वाले शिपमेंट के मुकाबले लगभग चार गुना ज्यादा होता है. पिछले महीने, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने अमेरिका से सालाना 2.2 मिलियन मीट्रिक टन एलपीजी आयात करने के लिए एक साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. यह कॉन्ट्रैक्ट 2026 के लिए है.
अभी कितनी है एलपीजी की कीमत?
आईओसीएल के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर के दाम सब्सिडी के साथ 853 रुपये है. वहीं कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 1,580.50 रुपये है. घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में आखिरी बार बदलाव 8 अप्रैल 2025 को किया गया था. तब सरकार की ओर से घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी.
देश में एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या लगभग 33 करोड़
इसके अलावा अगर बात करें उज्ज्वला योजना की, तो इसके तहत उपभोक्ताओं को 300 रुपये की सब्सिडी दी जाती है. 1 दिसंबर 2025 तक देश में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ है. मौजूदा वित्त वर्ष में 25 लाख लाभार्थियों को इस योजना के तहत जोड़ा गया है, जबकि देश में कुल एलपीजी यूजर्स की संख्या करीब 33 करोड़ है. ऐसे में अगर कमीत बढ़ती है, तो इनके जेब पर भी असर पड़ेगा.