शैलेंद्र की रिपोर्ट, Bihar Politics: लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव आज बड़ा खुलासा करनेवाले हैं। उन्होंने इसका ऐलान अपनी एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि पांच ऐसे परिवार हैं, जिन्होंने मेरे राजनीतिक करियर और परिवार को तबाह करने की साजिश की है। मैं आज इनका खुलासा करूंगा। तेज प्रताप के इस ऐलान के बाद से बिहार के राजनीतिक हलकों में चर्चा है, आखिर तेज प्रताप किसका नाम लेने हैं। इससे पहले उन्होंने पोस्ट किया था कि आरजेडी और लालू परिवार से निकाले जाने के लिए पांच लोगों को जिम्मेदार हैं। इनके नामों का खुलासा जल्द करूंगा। उन्होंने आगे लिखा था कि इनमें से एक जयचंद पटना से भागनेवाला है, परिवार के साथ। उन्होंने सोशल मीडिया पर इससे पहले एक पोस्ट किया था, जिसमें एक वीडियो भी था, उनमें उन्होंने अनुष्का के भाई आकाश को जयचंद कहा था। तेज प्रताप के सोशल मीडिया पोस्ट और बयानों की बिहार के राजनीतिक हल्कों में खूब चर्चा है।
सोशल मीडिया पोस्ट में क्या कहा?
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और समस्तीपुर के हसनपुर से विधायक तेज प्रताप की मुश्किलें उस समय बढ़ गयी थीं, जब उनके सोशल मीडिया हैंडल से अनुष्का यादव के साथ उनकी फोटो पोस्ट हुई थी। इसके बाद अनुष्का और तेज प्रताप की कई फोटो और वीडियो वायरल होने लगे। इसके अलगे ही दिन आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने एक सोशल मीडिया पोस्ट की, जिसमें उन्होंने सामाजिक सुचिता और न्याय का जिक्र करते हुए तेज प्रताप के कृत्यों का जिक्र किया और उन्हें पार्टी और परिवार से बेदखल कर दिया। पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप यादव कुछ दिन तक शांत रहे, लेकिन इसके बाद वो सक्रिय होते चले गये। उन्होंने अपने माता- पिता का जिक्र करते हुए कई सोशल मीडिया पोस्ट की। इसके बाद उन्होंने जनता दरबार लगाना शुरू किया। टीम तेज प्रताप नाम के संगठन का गठन किया और ऐलान किया कि अब इसी संगठन के तले वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
तेज प्रताप ने घोषित किया प्रत्याशी
तेज प्रताप ने अपने संगठन के बैनर तले, प्रदेश का दौरा शुरू किया। वो आरा के जवइनिया गांव गए, जिसके सैकड़ों घर गंगा के कटाव में विलीन हो रहे थे। वहां, उन्होंने मदन यादव नाम के व्यक्ति को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। इसके साथ वो महुआ के दौरे पर जाने लगे और ऐलान किया कि वो फिर से महुआ से चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि महुआ का उन्होंने विकास किया है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज बनवाया है। महुआ से वर्तमान आरजेडी विधायक मुकेश रोशन को लेकर बयान दिया। इस बीच आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने तेज प्रताप को लेकर बयान दिया, जिसके बाद तेज प्रताप यादव ने उनको निशाने पर लिया और कहा कि हम मंडल को कमंडल पकड़ा देंगे। तेज प्रताप यादव ने इस बीच पांच छोटी पार्टियों के साथ चुनाव लड़ने का समझौता किया, जिसमें वीवीआईपी पार्टी भी शामिल है, जिसे उन्होंने सहनी की असली पार्टी बताया और मुकेश सहनी की पार्टी को नकली करार दिया।
तेज प्रताप के तेवर बदले
तेज प्रताप पहले से कहते रहे कि वो अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव का समर्थन करते रहेंगे, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, तेज प्रताप के तेवर बदले हुए दिख रहे हैं। उन्होंने राहुल और तेजस्वी यादव की वोट अधिकार यात्रा पर सवाल उठा दिये हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को कोई दूसरा मुद्दा खोजना चाहिये। इस मुद्दे से जनता प्रभावित होने वाली नहीं है। साथ ही उन्होंने यात्रा के दौरान आरजेडी के सांसद संजय यादव के वायरल वीडियो को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और निशाना साधा।
भाई बीरेंद्र पर निशाना साधा
तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव के करीबी और मनेर से विधायक भाई बीरेंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने उनको बैल तक कह दिया। मनेर में भ्रमण के दौरान तेज प्रताप ने भाई बीरेंद्र के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला। इससे पहले भाई बीरेंद्र के पंचायत सचिव के साथ बातचीत के वायरल ऑडियो के बाद भी तेज प्रताप ने उनको पार्टी से निकालने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से मेरे खिलाफ कार्रवाई हुई, वैसे भाई बीरेंद्र के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिये, उनको पार्टी से बाहर किया जाना चाहिये। तेज प्रताप ने जिस तरह के बगावती तेवर अपना लिये हैं और पूरे राज्य का दौरा कर रहे हैं। सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। जनशक्ति जनता दल नाम की पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है। उससे साफ है कि आनेवाले समय में वो नए अवतार में दिख सकते हैं। तेज प्रताप की लोकप्रियता जितनी ज्यादा बढ़ेगी, आरजेडी को उतना ही ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है.

