Punaura Dham News: बिहार बीजेपी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद संजय सरावगी, दिल्ली प्रवास के दौरान आज (सोमवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस मौके पर संजय सरावगी ने पीएम मोदी को उपहार स्वरूप मां जानकी की जन्मस्थली ‘पुनौरा धाम’ की तस्वीर वाला मोमेंटो के साथ ही मधुबनी पेंटिंग बनी शॉल भेंट की. विशेष धातु से बनी इस मोमेंटो में भगवान राम, लक्ष्मण और माता जानकी की तस्वीर सुंदर तरीके से उकेरी गई है.
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने बिहार के विकास को लेकर लंबी बातचीत की. इस क्रम में उन्होंने बिहार की विशिष्ट पहचान मखाना को लेकर भी महत्वपूर्ण चर्चा की. पीएम ने मखाना उत्पादन से जुड़े किसानों की स्थिति, उनके हित, रोजगार की संभावनाओं और मूल्य संवर्धन पर गहन विमर्श किया. साथ ही मखाना किसानों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.
बिहार के विकास को लेकर भी हुई चर्चा
इसके अलावा पीएम मोदी ने मिथिला और बिहार के सर्वांगीण विकास को लेकर भी संवाद किया. इस क्रम में उन्होंने प्रदेश में कल्याणकारी विषयों और मिथिला पेंटिंग को लेकर भी उन्होंने विस्तृत बातचीत की.
पीएम मोदी ने इसके अलावा बिहार में संगठनात्मक मजबूती और समग्र विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर संवाद किया और मार्गदर्शन दिया. पीएम मोदी से भेंट के दौरान संगठनात्मक विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें पीएम ने प्रदेश में संगठन को और अधिक सशक्त, सक्रिय एवं जनोन्मुखी बनाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया.
कहां पर है ‘पुनौरा धाम’?
बता दें कि बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थित ‘पुनौरा धाम’ एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जिसे माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है. यहां राजा जनक को भूमि जोतते समय सीताजी मिली थीं और इसी स्थान पर जानकी कुंड है. यह स्थल भारत सरकार के रामायण सर्किट का हिस्सा है. यहा एक भव्य सीता मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.
गौरतलब है कि इसी साल अगस्त महीने में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘पुनौरा धाम’ मंदिर और परिसर के विकास की योजना का भूमिपूजन किया था.
‘पुनौरा धाम’ मंदिर निर्माण की बड़ी बातें
- पुनौरा धाम में मां जानकी का भव्य मंदिर 68 एकड़ से अधिक क्षेत्र में लगभग 890 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा.
- इसमें से 137 करोड़ रुपये माता सीता के मौजूदा मंदिर के जीर्णोंद्धार और 728 करोड़ रुपये परिक्रमा पथ और बाकी कामों पर खर्च होंगे.
- यहां पर परिक्रमा पथ, ध्यान केंद्रवाटिका, धार्मिक जल स्रोतों का पुनर्निर्माण, धर्मशालाएं, भोजनालय, चिकित्सा सुविधा और डिजिटल गैलरी में मां सीता का जीवन चरित्र और रामायण की कथाएं बताई जाएंगी.
- यहां लोग 3D अनुभव से भगवान राम के साथ साथ माता जानकी के जीवन के सभी प्रसंगों को भी बहुत अच्छे तरीके से देख सकेंगे.
- इस परियोजना में रामायण सर्किट के वाल्मीकी नगर का 52 करोड़ रुपये, मधुबनी के पुलहर स्थान का 31 करोड़ रुपये, सीतामढ़ी के पंथपाकर का 24 करोड़ रुपये, अहिल्या स्थान का 23 कोरड़ रुपये, राम रेका घाट का 13 करोड़ रुपये और मुंगेर गया के सीता कुंड का 7 करोड़ रुपये से विकास करने का काम भी होगा.

