Lawrence Bishnoi Gang: लॉरेंस बिश्नोई! ये वो नाम है जिसका खौफ सिर्फ आम लोगों में ही नहीं बल्कि बड़े बड़े सिलेब्रिटीज़ में भी देखने को मिलता है. मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला से लेकर बाबा सिद्दीक़ी तक को कत्ल करने में इसका ही हाथ था. ये सिर्फ अपराध ही नहीं करता बल्कि उसकी खुलेआम जिम्मेदारी भी लेता है और मारने से पहले धमकी भी देता है. लॉरेंस अब कोई आम गैंगस्टर नहीं रहा, बल्कि सोशल मीडिया पर एक मनोवैज्ञानिक आतंक का ब्रांड बन चुका है. गोलीबारी, धमकियां, रंगदारी और खुलेआम मर्डर इस गैंग का काम है. सिर्फ देश में ही इसकी गैंग सीमित नहीं है बल्कि विदेश तक इसका दबदबा देखने को मिलता है.
दिल्ली से लेकर राजस्थान तक लॉरेंस के आदमी
हैरान कर देने वाली बात ये है कि सलमान खान को खुलेआम “मार डालेंगे” कहने वाला कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस ही है. ये खुख्यात बदमाश भले ही जेल में हो, लेकिन उसके गिरोह का जाल राजस्थान से लेकर पंजाब और दिल्ली, मुंबई और विदेशों तक फैला हुआ है. बात सिर्फ़ गोलियों की नहीं है; टेलीग्राम, फ़ेसबुक पोस्ट और वीडियो कॉल के ज़रिए इस गिरोह ने एक ऐसे ब्रांड के तौर पर अपनी ख़तरनाक छवि बना ली है जो न सिर्फ़ लोगों को धमकाता और मारता है, बल्कि खुलेआम ज़िम्मेदारी भी लेता है.
विदेश तक लौरेंस के नेटवर्क
लॉरेंस गिरोह, जिसका आतंक पूरे देश में देखने को मिलता है, इसका असर व्यापारियों से लेकर बॉलीवुड की नामी हस्तियों तक, हर किसी पर है. लॉरेंस बिश्नोई, जो वर्तमान में गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, एक विशाल और प्रभावशाली आपराधिक नेटवर्क चलाता है. जेल में रहते हुए भी, उसके गिरोह की गतिविधियां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी रहती हैं. उसके संपर्कों का नेटवर्क कनाडा, अमेरिका, पाकिस्तान और कई भारतीय राज्यों तक फैला हुआ है. उसके कई गुर्गे हैं जो एक आदेश पर अपनी जान को जोखिम में डालकर लॉरेंस का मकसद पूरा करने में जुट जाते हैं.
कैसे काम करता है गैंग ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह डी-कंपनी की तरह ही काम करता है. इस खतरनाक गिरोह में 100-50 नहीं बल्कि 700 शूटर शामिल हैं और इसने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अपना प्रभाव फैलाया है. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली इस क्षेत्र में विशेष रूप से प्रभावशाली हैं. इस गिरोह की एक खासियत सोशल मीडिया के ज़रिए नए अपराधियों की भर्ती करने की उनकी क्षमता है. इतना ही नहीं ये गैंग गिरोह के सदस्यों को विदेश भेजने का झांसा देकर भी उन्हें लुभाते हैं, जिससे ये युवा दुनिया भर में अपनी आपराधिक गतिविधियां जारी रखने के लिए प्रोत्साहित होते हैं. लॉरेंस गिरोह की एक खास बात ये है कि यह जेल से ही अपने शूटरों से सीधे संवाद करता है. जिसके बाद ये जेल से ही अपने शूटरों को आदेश जारी करता है और हत्या व जबरन वसूली की सारी प्लानिंग बताता है. इसका मतलब है कि कानून प्रवर्तन प्रणाली इसे रोकने में पूरी तरह से असमर्थ है, क्योंकि यह जेल के भीतर से ही अपने इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है.