Home > देश > किसान आंदोलन टिप्पणी केस में कंगना की पेशी, कोर्ट में कही ये बड़ी बात

किसान आंदोलन टिप्पणी केस में कंगना की पेशी, कोर्ट में कही ये बड़ी बात

Kangana Ranaut: कंगना रनौत के खिलाफ बठिंडा की एक महिला ने मानहानि का केस दर्ज कराया था. इस मामले में आज कंगना को अदालत में फिजिकली पेश होने का आदेश दिया गया था.

By: Mohammad Nematullah | Published: October 27, 2025 8:24:41 PM IST



Kangana Ranaut News: फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत सोमवार को पंजाब के बठिंडा की एक अदालत में पेश हुईं. मानहानि के एक मामले में पेश होते हुए उन्होंने साफ किया कि उनकी मां गलतफहमी हुई और उन्होंने उनके लिए कुछ भी अपमानजनक नही कहा है. उन्होंने कहा कि हर मां उनके लिए सम्मानीय होती है. कंगना ने बठिंडा अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की अर्ज़ी दी थी. लेकिन अर्ज़ी खारिज कर दी गई. नतीजतन उन्हें आज व्यक्तिगत रूप से पेश होना पड़ा. अदालत में पेशी के बाद मीडिया से बात करते हुए, कंगना ने कहा कि गलतफहमी हुई है.

उन्होंने आगे कहा कि मैनें अपनी बुज़ुर्ग किसान मां को बता दिया है कि उन्हें गलतफहमी हुई है. मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा दिखाया गया है. चाहे वह हिमाचल की हों या पंजाब की उनकी मां मेरे लिए सम्मानीय हैं. सभी मुझे प्यार करते है. इस मामले का मुझसे कोई लेना-देना नही है. देश भर में कई विरोध प्रदर्शन हो रहे थे. मैंने इस बारे में एक सामान्य संदेश ट्वीट किया था. किसी भी गलतफहमी के लिए मुझे खेद है. इस बीच मानहानि का मुकदमा दायर करने वाली महिला किसान महिंदर कौर आज अदालत में उपस्थित नहीं हुईं.

उनके पति पहुंचु थे. जिनसे कंगना ने बात की. इस दौैरान पुलिस रही है. किसी भी अप्रिय घटना को नियंत्रित करने के लिए अदालत के अंदर और बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अदालत परिसर में नाकाबंदी कर दी गई थी. पंजाब के लोगों में कंगना के खिलाफ व्यापक आक्रोश है. किसान संगठनों के अदालत में विरोध प्रदर्शन करने की आशंका के चलते पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी. कंगना को सुरक्षा घेरे में अदालत तक ले जाया गया.

काफिला भटका कंगना जींद पहुंचीं

कंगना रनौत दिल्ली से फतेहाबाद होते हुए बठिंडा के लिए रवाना हुईं. उनका सीधा रास्ता रोहतक और महम होकर जाना था. लेकिन उनका काफिला दिल्ली-कटरा हाईवे से होकर गुजरा. फिर वह सोनीपत होते हुए जींद पहुंची. पहुंचने के बाद वह लगभग आधे घंटे तक विश्राम गृह में रुकी. बाद में कंगना रनौत को जींद से बरवाला होते हुए फतेहाबाद भेजा गया.

100 रुपये में एक बुज़ुर्ग महिला को प्रदर्शनकारी बताया गया

2021 के किसान आंदोलन के दौरान कंगना ने एक ट्वीट शेयर किया और प्रदर्शन में शामिल एक बुज़ुर्ग महिला के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की. यह महिला बठिंडा के बहादुरगढ़ जंडिया गांव की 87 वर्षीय किसान महिंदर कौर थी. कंगना ने ट्वीट को रीशेयर करते हुए लिखा, “हाहाहा, यह वही दादी हैं जिन्हें टाइम पत्रिका ने भारत की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक बताया था. 100 रुपये में उपलब्ध.” महिंदर कौर ने कंगना के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. जिसमें आरोप लगाया गया था कि कंगना ने अपनी पोस्ट में उन्हें शाहीन बाग की बिलकिस बानो बताया था. कंगना रनौत इस मामले को खारिज करवाने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट गईं, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली. सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका वापस लेने की भी अनुमति दे दी. यह कहते हुए कि उन्होंने एक साधारण रीट्वीट में मसाला डाल दिया था.

इसी मामले में एक सीआईएसएफ कांस्टेबल ने उन्हें थप्पड़ मारा था

6 जून 2024 को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की एक महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने कंगना को थप्पड़ मारा था. महिला कर्मचारी ने थप्पड़ मारने की वजह बताई. उसने बताया कि कंगना ने 100-100 रुपये लेकर प्रदर्शन कर रही महिला किसानों को धरने पर बैठने के लिए बुलाया था. उनकी माँ भी उस प्रदर्शन में मौजूद थी.

Advertisement