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Chhath Puja 2025 Surya Dev Mantra: कल छठ पूजा के आखिरी दिन उगते सुर्य को अर्घ्य देते हुए पढ़ें ये मंत्र, तरक्की के खुलेंगे रस्ते, बढ़ेगा मान-सम्मान

Chhath Puja 2025 Surya Dev Mantra: कल छठ पूजा का आखिरी दिन और इस दिन उगते सुर्य को अर्घ्य दिया जाता हैं. इस दौरान कुछ मंत्रों का जाप करने से समाज में यश बढ़ता है और सम्मान की प्राप्ति होती है. करियर में तरक्की के अवसर मिलते हैं और कर्जे से मुक्त होते हैं. चलिए जानते हैं यहां छठ पूजा में सुर्य को अर्घ्य देते हुए किन मंत्रों का जाप करना चाहिए

By: chhaya sharma | Last Updated: October 27, 2025 11:18:07 PM IST



Chhath Puja 2025: छठ पूजा में छठी मैय्या के साथ-साथ सूर्य देव की भी पूजा की जाती है और इस दौरान एक बार डूबते हुए सूर्य को और एक बार उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, क्योंकि इसके बिना छठ की पूजा अधूरी मानी जाती है. कल यानी 28 अक्टूबर को छठ पर्व के आखिरी दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा. कल सूर्योदय का समय सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर का रहेगा.

सूर्य देव को खुश करने के लिए मंत्र

सूर्यदेव एक ऐसे देवता हैं जो नियमित रूप से भक्तों को दर्शन देते हैं. मान्यता है कि सूर्य देव को खुश करने के लिए एक लोटा जल और कुछ सूर्य मंत्रों का जाप जाप करने से ही आप उनका आशीर्वाद पा सकते हैं. वहीं छठ का दिन सूर्य देव की पूजा के लिए सबसे खास होता हैं, ऐसे में आप कल छठ पूजा के आखिरि दिन उगते सुर्य को अर्घ्य देते हुए यहां दिए गए सूर्य मंत्रों का जाप कर सकते हैं. ऐसा करने से समाज में यश बढ़ता है और सम्मान की प्राप्ति होती है. करियर में तरक्की के अवसर मिलते हैं और कर्जे से मुक्त होते हैं

  1. ॐ मरीचये नमः
  2. ॐ आदित्याय नमः
  3. ॐ हृां मित्राय नम:
  4. ॐ हृों खगाय नम:
  5. ॐ हृ: पूषणे नम:
  6. ॐ ह्रां हिरण्यगर्भाय नमः
  7. ॐ सवित्रे नमः
  8. ॐ अर्काय नमः
  9. ॐ भास्कराय नमः
  10. ॐ हृीं रवये नम:
  11. ॐ हूं सूर्याय नम:
  12. ॐ ह्रां भानवे नम:
  13. ॐ घृ‍णिं सूर्य्य: आदित्य:।
  14. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः।
  15. ॐ सूर्याय नम:।
  16. ॐ घृणि सूर्याय नम:।
  17. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।
  18. ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
  19. ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।
  20. ॐ भास्कराय विद्महे महादुत्याथिकराया धीमहि तनमो आदित्य प्रचोदयात”। 

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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