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Chhath Puja 2025 Ki Aarti: छठी मईया की इस आरती के बिना अधूरी है छठ पूजा, जानें इसका महत्व

Chhath Puja Aarti: छठ पूजा के दौरान छठी मैय्या और सूर्य देव की उपासना की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार छठ पूजा के दौरान छठी माता की आरती करना भी बहुत जरूरी होता है. इससे ही आपको पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है. तो आइए जानते हैं छठी मैय्या की आरती के बारे में

By: Shivi Bajpai | Published: October 27, 2025 7:09:43 AM IST



Chhathi Maiya Ki Aarti: छठ पूजा की शुरूआत 25 अक्टूबर से हो गई है. ये कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से मनाई जाती है और इसका समापन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को हाता है. इसका समापन 28 अक्टूबर को होगा. छठ पूजा पर महिलाएं 36 घंटे का निर्जला उपवास करती है. इस दिन छठी मैय्या के साथ सूर्य देव की भी उपासना की जाती है. तो आइए जानते हैं छठी मैय्या की आरती के बारे में.

छठी मैय्या की आरती (Chhathi Maiya Aarti Lyrics)

जय छठी मैया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडराए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।। जय ।।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदिति होई ना सहाय।

ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडराए ।। जय ।।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय ।। जय ।।

अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडरराए

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।। जय ।।

ऊ जे सुहनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडराए ।। जय ।।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।। जय ।।

ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडराए।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।। जय ।।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।

सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडराए।। जय ।।

मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।

ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय।। जय ।।

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(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. इनखबर इस बात की पुष्टि नहीं करता है)

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