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COVID वैक्सीन और हार्ट अटैक को लेकर झूठ फैला रहे थे ये पावरफुल मुख्यमंत्री? ICMR और AIIMS ने रातों-रात खोल दी पोल

ICMR AIIMS Covid Study:  मई के आखिरी हफ्ते से जून के अंत तक कर्नाटक के हासन जिले में हार्ट अटैक से 20 लोगों की मौत ने सभी को चौंका दिया है।

By: Yogita Tyagi | Published: July 2, 2025 12:44:00 PM IST



ICMR AIIMS Covid Study:  मई के आखिरी हफ्ते से जून के अंत तक कर्नाटक के हासन जिले में हार्ट अटैक से 20 लोगों की मौत ने सभी को चौंका दिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से 9 लोग 30 साल से भी कम उम्र के थे और किसी को कोई पुरानी बीमारी नहीं थी। अचानक हुई इन मौतों के पीछे कोविड-19 वैक्सीन को संभावित कारण माना जा रहा है, जिससे चिंता और बहस का माहौल बन गया है।

CM सिद्धारमैया ने वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराया 

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस मामले में गंभीर रुख अपनाते हुए विशेषज्ञ समिति से 10 दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि यह संभावना नकारा नहीं जा सकती कि जल्दबाज़ी में दी गई वैक्सीन इन मौतों से जुड़ी हो। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वैक्सीन बिना पूरी जांच के मंजूरी के साथ दी गई और अंतरराष्ट्रीय रिसर्च में वैक्सीन और दिल की बीमारियों के बीच कुछ संबंध सामने आए हैं।

CM का दावा निकला झूठा 

हालांकि, केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री के इस बयान को पूरी तरह खारिज कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे झूठा और भ्रामक करार देते हुए कहा कि इससे वैक्सीन को लेकर लोगों में झिझक बढ़ सकती है। मंत्रालय ने दो प्रमुख स्टडीज का हवाला दिया- ICMR-NIE की रिपोर्ट और AIIMS-ICMR की संयुक्त रिसर्च, जिनमें वैक्सीन और हार्ट अटैक के बीच कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया। सरकार ने स्पष्ट किया कि कोविड वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और करोड़ों जानें बचाने में इसकी अहम भूमिका रही है। मंत्रालय ने जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर नहीं, विज्ञान पर भरोसा करें।

 वैज्ञानिक रूप से मिला जवाब

कोरोना वैक्सीन और अचानक हो रही मौतों के बीच किसी संभावित संबंध को लेकर लंबे समय से उठ रहे सवालों पर अब वैज्ञानिक रूप से जवाब मिल गया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की ताजा संयुक्त स्टडी में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि कोविड-19 वैक्सीन और अचानक होने वाली मौतों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है।

स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा 

इस स्टडी में बताया गया है कि जिन लोगों की अचानक मृत्यु हुई, उनमें से अधिकांश को पहले से हृदय रोग, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां थीं। इसके साथ ही अस्वस्थ जीवनशैली और आनुवांशिक कारण भी इन मौतों के लिए जिम्मेदार पाए गए हैं। अध्ययन के अनुसार वैक्सीन से जुड़े गंभीर दुष्प्रभाव बेहद ही दुर्लभ हैं, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

हार्ट अटैक से क्यों मारे गए लोग? 

विशेष रूप से 18 से 45 वर्ष के युवाओं में अचानक मौत के मामलों की जांच के लिए दो बड़ी रिसर्च की गईं। इन शोधों में पाया गया कि ज्यादातर मौतें हार्ट अटैक (मायोकार्डियल इन्फार्क्शन), पहले से मौजूद बीमारियों और खराब जीवनशैली की वजह से हुईं। वैक्सीन को लेकर जो आशंका जताई जा रही थी, वह इन तथ्यों के सामने आने के बाद अब निराधार साबित हुई है।

 2021-2023 तक अचानक हुई मौतों की हुई जांच 

ICMR की यह स्टडी मई से अगस्त 2023 के बीच देश के 19 राज्यों के 47 प्रमुख अस्पतालों में की गई थी। इसमें अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 तक अचानक हुई मौतों की जांच की गई। रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि वैक्सीनेशन और इन मौतों के बीच कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं पाया गया। AIIMS और ICMR द्वारा एक अन्य विस्तृत अध्ययन अभी भी जारी है, जिसका उद्देश्य इन अचानक मौतों के गहराई से कारणों की पहचान करना है। शुरुआती आंकड़े यह संकेत देते हैं कि बीते वर्षों की तुलना में अचानक मौतों में कोई असामान्य बढ़ोतरी नहीं हुई है। इस रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि कोविड वैक्सीन सुरक्षित है और इसे लेकर लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। 

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