काराकाट विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनाव सिर्फ वोटों का खेल नहीं, बल्कि सामाजिक और जातीय समीकरणों की भी परीक्षा बन गया है. दल अपनी योजनाओं और विकास के वादों के साथ मैदान में हैं, लेकिन गांव-गांव में लोगों की चर्चा में वही पुराना सवाल उभरकर सामने आ रहा है: क्या विकास जीत पाएगा या जातीय निष्ठा इस बार भी परिणाम तय करेगी? 13 प्रत्याशियों के बीच यह मुकाबला जितना राजनीतिक है, उतना ही रणनीति और सामाजिक समझ का भी खेल है.
विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के साथ ही काराकाट विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ गई है. नेता जहाँ विकास की बात कर रहे हैं, वहीं जनता मुख्यतः जातिगत समीकरणों पर चर्चा कर रही है. इस बार काराकाट में मुकाबला दिलचस्प है, जहाँ 13 उम्मीदवार मैदान में हैं.
JDU और CPI (ML) में टक्कर
एनडीए की ओर से JDU चुनाव लड़ रही है, जबकि महागठबंधन ने यह सीट सीपीआई (एमएल) को दी है. जन सुराज और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार भी मैदान में हैं. निर्दलीय उम्मीदवार भी समीकरण बिगाड़ने की क्षमता रखते हैं. मतदाता भले ही विकास की बातें सुन रहे हों, लेकिन हर गाँव और मोहल्ले में चर्चा जातिगत संतुलन और उम्मीदवार के सामाजिक प्रभाव पर केंद्रित है.
जातिगत समीकरण हमेशा नतीजों को करती है प्रभावित
काराकाट विधानसभा क्षेत्र पहले भी राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है. यहाँ के मतदाता जागरूक माने जाते हैं, लेकिन जातिगत समीकरण हमेशा नतीजों को प्रभावित करते हैं. पिछले चुनाव में भी वोट इसी तरह बँटे थे. जहाँ सभी दल विकास, रोज़गार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कों को अपने चुनावी एजेंडे के रूप में प्राथमिकता दे रहे हैं, वहीं जमीनी स्तर पर जातिगत निष्ठाएँ मतदान के रुझान को निर्धारित करती दिख रही हैं.
इस बार काराकाट में चुनावी जंग सिर्फ़ पार्टियों के बीच नहीं, बल्कि विचारधाराओं और जातिगत समीकरणों के बीच भी टकराव बन गई है. अब जनता तय करेगी कि विकास की जीत होगी या जाति की.
काराकाट विधानसभा क्षेत्र में कुल 329,269 मतदाता
काराकाट विधानसभा क्षेत्र में कुल 329,269 मतदाता हैं, जिनमें 174,069 पुरुष, 155,180 महिलाएँ और 20 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं. इनमें 1,576 वरिष्ठ नागरिक, 7,784 युवा और 3,639 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं. प्रशासन ने मतदान केंद्रों पर सुरक्षा और सुविधा के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं.
Bihar Chunav: अब्दुल तू चुप बैठ, वरना BJP आ जाएगी… 2% वाले को Dy CM फेस बनाने पर AIMIM भड़की