Kathavachak assault case: यूपी के इटावा में कथावाचकों की पिटाई और सिर मुंडवाने की घटना पर सियासत गरमाती जा रही है। अब इस विवाद में योग गुरु बाबा रामदेव भी कूद पड़े हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहे हैं- ‘इटावा में एक व्यक्ति को पकड़कर उसके बाल काट दिए गए। उससे कहा गया कि तुम भगवान की कथा नहीं सुनाओगे। अरे मूर्खों। यदुवंशी यदुवंशियों की कथा नहीं सुनाएंगे तो कौन सुनाएगा। यहां जातिवाद की बात नहीं है। मेरे भगवान को भी दूसरों ने छीन लिया, ये कोई बात है क्या? भगवान तो सबके हैं, लेकिन कोई कहे कि भगवान श्री कृष्ण की कथा मैं ही सुनाऊंगा, ये ठीक बात नहीं है।’
बाबा रामदेव ने ये बात किस जिले में कही है, इसकी जानकारी नहीं है। बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव और यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राजय लगातार इटावा मामले को लेकर योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। वहीं, बीजेपी ने अखिलेश यादव पर जातिवाद फैलाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही बिना तथ्यों को जाने अफवाह फैलाने का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में कथावाचक मुकुटमणि, संत सिंह यादव और श्याम कठेरिया के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर जाति छिपाकर फर्जी आधार कार्ड बनवाने का आरोप है।
भागवत कथा सुनाने आए थे मुकुटमणि
यह पूरा मामला 21 जून का है। मुकुटमणि अपने साथियों संत सिंह यादव और श्याम कठेरिया के साथ भागवत कथा सुनाने आए थे। लोगों का आरोप है कि कथावाचक मुकुटमणि ने महिलाओं को गलत तरीके से छुआ। उन्होंने पूरे कलश की जगह खाली कलश से पूजा करने को कहा। इसी बीच खबर फैल गई कि मुकुटमणि ब्राह्मण नहीं हैं। इसके बाद विवाद बढ़ गया। कुछ लोगों ने संत सिंह यादव की चोटी काट दी।
अखिलेश ने कथावाचकों को किया सम्मानित
जब मामले में टूल पकड़ा तो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कथावाचकों और उनके साथियों को लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया। उन्होंने अपनी तरफ से सभी को 21-21 हजार रुपये की आर्थिक राशि प्रदान दी। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से 51-51 हजार रुपये देने का भी ऐलान किया।
रामदेव का असली नाम रामकृष्ण यादव है
बता दें कि स्वामी रामदेव का असली नाम रामकृष्ण यादव है। वे मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले हैं। बाबा रामदेव अब तक देश-विदेश में करोड़ों लोगों को योग सिखा चुके हैं। उनकी मां का नाम गुलाबो देवी और पिता का नाम रामनिवास यादव है।