एलन मस्क की कंपनी xAI अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक नया और बड़ा कदम उठाने जा रही है. कंपनी इस समय “वर्ल्ड मॉडल्स” (World Models) पर काम कर रही है- यानी ऐसे AI सिस्टम जो केवल टेक्स्ट या तस्वीरें नहीं, बल्कि असली दुनिया के भौतिक नियमों (physics) को समझ सकें. इस प्रोजेक्ट से मस्क की कंपनी अब Google और Meta जैसी टेक दिग्गज कंपनियों से सीधी टक्कर लेने की तैयारी में है.
क्या हैं ये “World Models”?
आज के ज्यादातर AI टूल्स जैसे ChatGPT या Gemini केवल टेक्स्ट या इमेज को समझते हैं. लेकिन “वर्ल्ड मॉडल्स” इससे आगे जाकर असली दुनिया के मूवमेंट, लाइट, फिजिक्स और कॉज-एंड-इफेक्ट को भी समझ सकते हैं. इसका मतलब, ये जान पाएंगे कि गेंद कैसे उछलती है, रोशनी कैसे पड़ती है, या रोबोट कैसे किसी कमरे में रास्ता खोजता है. xAI के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कंपनी पहले इन मॉडलों को गेमिंग के लिए इस्तेमाल करेगी. यानी अब गेम्स में AI खुद 3D वर्ल्ड और रियलिस्टिक सीन बना सकेगा. आगे चलकर यही तकनीक रोबोट्स और इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन में भी काम आएगी.
Nvidia के एक्सपर्ट्स जुड़े टीम में
मस्क ने अपनी कंपनी में Nvidia के दो दिग्गज एक्सपर्ट्स – Zeeshan Patel और Ethan He – को शामिल किया है. Nvidia पहले से ही Omniverse प्लेटफॉर्म के जरिए वर्ल्ड सिम्युलेशन टेक्नोलॉजी में आगे है. xAI अब इसी दिशा में अपनी गेम और AI सिस्टम को और रियलिस्टिक बनाने की तैयारी में है.
अगले साल तक लॉन्च होगा AI गेम
मस्क ने X (पहले Twitter) पर कन्फर्म किया कि xAI अगले साल के आखिर तक एक “AI-generated video game” लॉन्च करेगा. कंपनी ने हाल ही में अपना नया AI इमेज और वीडियो जेनरेशन मॉडल भी लॉन्च किया है, जिसे फिलहाल यूजर्स के लिए फ्री रखा गया है. xAI अब अपने “Omni Team” के लिए बड़े स्तर पर हायरिंग भी कर रही है, जहां सैलरी $180,000 से $440,000 तक है.
बड़ा मौका, लेकिन बड़ी चुनौती
Nvidia के मुताबिक, “वर्ल्ड मॉडल्स” की मार्केट वैल्यू पूरी ग्लोबल इकॉनमी जितनी बड़ी हो सकती है. यह टेक्नोलॉजी रोबोटिक्स, सेल्फ-ड्राइविंग कार्स, और वर्चुअल इंडस्ट्रीज में क्रांति ला सकती है. लेकिन चुनौती भी उतनी ही बड़ी है — क्योंकि असली दुनिया को डिजिटल रूप में सटीकता से दोहराना बेहद मुश्किल और महंगा काम है. इसके लिए बहुत सारा डेटा, एनर्जी और एडवांस कंप्यूटिंग की जरूरत होती है.