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बचपन का प्यार बना सरहद पार करने की वजह! कच्छ के जंगल में मिले पाकिस्तान से आए दो नाबालिग

पाकिस्तान के 16 साल लड़के और 14 साल की लड़की ने घर से भागकर भारत की सीमा पार की. गुजरात के कच्छ में पकड़े गए इस कपल की जांच सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की जा रही है.

By: sanskritij jaipuria | Published: October 9, 2025 5:05:22 PM IST



सीमा हैदर की कहानी तो आपने सुनी ही होगी – पाकिस्तान से भारत आई महिला जिसने अपने प्रेमी से मिलने के लिए देश की सीमा पार की. अब एक बार फिर ऐसा ही एक मामला सामने आया है, लेकिन इस बार कहानी थोड़ी अलग और चौंकाने वाली है. गुजरात के कच्छ जिले में पकड़े गए एक लड़के और लड़की ने सिर्फ प्यार के लिए नहीं, बल्कि घर से भागकर एक नई दुनिया की तलाश में सरहद लांघी.

इस बार मामला थोड़ा अलग है क्योंकि सरहद लांघने वाले दोनों ही बच्चे हैं – एक 16 साल का लड़का और 14 साल की लड़की. दोनों ने खुद को पाकिस्तान के थारपारकर जिले का निवासी बताया और कहा कि वे भील समुदाय से हैं. ये जोड़ी कच्छ जिले के वगाड इलाके में स्थित खादिर आइलैंड के रतनापुर गांव के पास एक जंगल में मिली.

 गांववालों ने दी पुलिस को सूचना

जब गांव वालों ने जंगल में दो अनजान बच्चों को घूमते हुए देखा तो उन्हें शक हुआ. उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस जब वहां पहुंची तो बच्चों को रतनापुर गांव के एक मंदिर के पास पाया गया. पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान से आए हैं.

 टूटी हुई बाड़ से किया था भारत में प्रवेश

शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों ने सरहद के उस हिस्से से भारत में प्रवेश किया, जहां बाड़ टूटी हुई थी. ये रास्ता किसी के भी आसानी से पार करने लायक था, जिसे शायद सुरक्षा एजेंसियों ने भी लंबे समय से नजरअंदाज किया हुआ था.

 चार दिन पहले छोड़ा था घर

कच्छ पूर्व के एसपी सागर बघेल ने बताया कि दोनों बच्चों ने दावा किया है कि उन्होंने चार दिन पहले घर छोड़ दिया था. घर में झगड़ा होने के बाद दोनों साथ निकले थे. उनके पास सिर्फ कुछ खाने का सामान और दो लीटर पानी था. ये भी बताया गया कि उनके पास किसी भी तरह का नागरिकता प्रमाण नहीं मिला है.

फिलहाल पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है. सुरक्षा एजेंसियों को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है. बच्चों की सही पहचान और उनके भारत आने के पीछे की असली वजह को जानने की कोशिश की जा रही है.
  

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