Fasting with Diabetes Karwa Chauth: करवा चौथ का व्रत हर साल सुहागन महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है. सूर्योदय से लेकर चांद निकलने तक पानी की एक बूंद तक न पीना और पूरा दिन अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए बिताना, इस व्रत को और भी पावन बना देता है. लेकिन, जिन महिलाओं को डायबिटीज है, उनके लिए यह व्रत चुनौती से कम नहीं. लंबे समय तक भूखे-प्यासे रहना ब्लड शुगर लेवल को बिगाड़ सकता है, जिससे चक्कर आना, कमजोरी या यहां तक कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं.
तो क्या डायबिटिक महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं? इसका जवाब है हां, लेकिन कुछ खास सावधानियों के साथ.
व्रत से पहले (सर्गी टाइम) क्या करें?
• डॉक्टर से सलाह जरूर लें- बिना सलाह के दवाइयों या इंसुलिन की डोज़ बदलना खतरनाक हो सकता है.
• लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कॉम्प्लेक्स कार्ब्स खाएं- जैसे ओट्स, ब्राउन ब्रेड, मल्टीग्रेन रोटी या क्विनोआ.
• प्रोटीन और फाइबर शामिल करें- दही, पनीर, दूध, सूखे मेवे और दालें तृप्ति और ऊर्जा बनाए रखते हैं.
• भरपूर पानी पिएं- ताकि दिनभर डिहाइड्रेशन न हो.
• कॉफी-चाय और तैलीय चीज़ों से बचें- ये प्यास और थकान बढ़ाते हैं.
व्रत के दौरान क्या ध्यान रखें?
• ब्लड शुगर मॉनिटर करें- कम से कम दो बार शुगर लेवल ज़रूर चेक करें.
• लक्षणों को नज़रअंदाज न करें- कमजोरी, चक्कर, पसीना या ज्यादा प्यास लगने पर तुरंत व्रत तोड़ें.
• जरूरत पड़ने पर फास्ट तोड़ें- अगर शुगर 70 mg/dL से नीचे या 300 mg/dL से ऊपर जाती है, तो सेहत को प्राथमिकता दें.
• आराम करें- भारी काम या व्यायाम से बचें, क्योंकि इससे शुगर लेवल गिर सकता है.
व्रत तोड़ते समय (चंद्र दर्शन के बाद)
• धीरे-धीरे शुरुआत करें- सबसे पहले नारियल पानी या बिना शक्कर वाला जूस लें.
• भारी और तैलीय भोजन से बचें- मिठाइयां और तली चीज़ें शुगर लेवल तुरंत बढ़ा सकती हैं.
• हल्का और संतुलित भोजन करें- जैसे खिचड़ी, दाल-चपाती और सब्जियां.
• छोटी-छोटी मात्रा में खाएं- ताकि पाचन सही रहे और ब्लड शुगर अचानक न बढ़े.