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Karwa Chauth 2025: विदेश में चंद्रमा दिखाई न दे तो व्रत कैसे पूरा होगा? NRI महिलाएं इस ट्रिक से कर सकती हैं पूजा

Karwa Chauth rituals for NRI: अगर आप विदेश में हैं और चंद्रमा का सही समय नहीं पता चल पा रहा तो इस आसान से तरीके से विदेश में रह रहीं NRI महिलाएं अपने पूजा को सफल बना सकती हैं. जानें पूजा, सरगी और चंद्र दर्शन का सही तरीका.

By: Shraddha Pandey | Published: October 9, 2025 7:58:33 AM IST



Karwa Chauth NRI Guide: करवा चौथ 2025 (Karwa Chauth 2025) इस साल 10 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा. चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर रात 10:54 PM से शुरू होकर 10 अक्टूबर रात 08:18 PM तक रहेगी. दिल्ली में चंद्र उदय का समय 08:13 PM IST है. लेकिन, विदेशों में रहने वाली भारतीय महिलाओं (NRI Ladies) के लिए इस दिन व्रत करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि सूर्य और चंद्रमा की गति भारत और उनके देश में अलग होती है.

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, “यत्र यत्र चन्द्रः दृश्यते, तत्रैव तस्य देशस्य समयः धर्म्यः.” इसका मतलब है कि चंद्रमा जिस जगह से दिखाई दे, वही उस देश में व्रत खोलने का सही समय है. NRI महिलाएं अपने स्थानीय चंद्र उदय (Moonrise) समय के अनुसार ही व्रत खोलें और भारत के समय से तुलना न करें.

विदेश का करवा चौथ

विदेश में करवा चौथ की पूजा भी सरल है. सुबह की सरगी स्थानीय सूर्योदय से पहले खाएं. पूजा का समय सूर्यास्त के बाद और चंद्रमा उदय से पहले होता है. उदाहरण के लिए, भारत में पूजा का समय 05:57 PM-07:11 PM IST है, लंदन में 05:30 PM-06:45 PM BST, दुबई में 06:10 PM-07:25 PM GST और न्यूयॉर्क में 07:42 PM EDT. चंद्र दर्शन के बाद पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत पूरा किया जाता है.

क्या कहते  हैं ज्योतिष?

ज्योतिष के मुताबिक करवा चौथ केवल पति-पत्नी के रिश्ते का व्रत नहीं है. यह चंद्र-कर्मयोग की साधना भी है. श्रद्धा से निर्जल व्रत रखने वाली महिला अपने जीवन में चंद्र-देव की शीतलता और सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित करती है.

ऐसे करें विदेशों में पूजा

विदेश में रहने वाली महिलाएं पूजा सामग्री इंडियन ग्रॉसरी स्टोर्स या ई-कॉमर्स से मंगाकर आसानी से पूजा कर सकती हैं. यदि निर्जल व्रत संभव न हो, तो गंगाजल और फलाहार से प्रतीकात्मक व्रत रखा जा सकता है. ऑनलाइन Zoom या Google Meet के जरिए समूह में पूजा और कथा का आयोजन भी किया जा सकता है.

भारतीय संस्कृति और पहचान है करवा चौथ

विदेश में करवा चौथ सिर्फ व्रत नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति और पहचान का प्रतीक भी है. जब भारतीय महिलाएं सज-संवरकर विदेश में चंद्रमा को निहारती हैं, यह भारत की संस्कृति का संदेश बन जाता है.

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