वेस्टइंडीज क्रिकेट के सुनहरे दौर की याद अब सिर्फ़ पुरानी तस्वीरों तक सीमित रह गई है. हाल ही में अपने देश की टीम की गिरती हालत पर चुप्पी तोड़ते हुए वेस्टइंडीज़ के मुख्य कोच डैरेन सैमी ने खुलासा किया कि टीम की मौजूदा परेशानियों की जड़ सिर्फ़ खराब प्रदर्शन नहीं, बल्कि व्यवस्था में एक ‘कैंसर’ की तरह फैल रही गहरी समस्या है.
वेस्टइंडीज को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में पारी और 140 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा. सैमी ने स्वीकार किया कि संघर्ष की कमी निराशाजनक थी, लेकिन उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि समस्याएँ हाल के नतीजों से कहीं ज़्यादा गहरी हैं. सैमी ने पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में अपनी बात रखी.
डैरेन सैमी ने क्या कहा?
डैरेन सैमी ने कहा, “मेरा मतलब है, हमने आखिरी बार 1983 में टेस्ट सीरीज़ जीती थी. मैं तब अपनी माँ के गर्भ में था. मुझे पता है कि मैं दबाव में हूँ. मैं मध्यक्रम में हूँ और आलोचना के लिए तैयार हूँ। हर कोई मेरी आलोचना कर सकता है. लेकिन समस्या की जड़ दो साल पहले शुरू नहीं हुई थी; यह बहुत पहले शुरू हो गई थी.”
वेस्टइंडीज के मुख्य कोच डैरेन सैमी ने कहा, “यह एक कैंसर की तरह है जो पहले से ही व्यवस्था में है.” अगर आपको कैंसर नहीं होता है, तो आप जानते हैं कि क्या होगा और आखिरकार, यह स्तन कैंसर माह है. इसलिए इसे इसी तरह रखना उचित है. हमारी समस्याएँ केवल सतही नहीं हैं. ये हमारी व्यवस्था में गहराई से समाई हुई हैं.
ये हैं वेस्टइंडीज समस्याएँ
दो बार के टी20 विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा कि आधुनिक युग में, खिलाड़ियों के आदर्श छोटे प्रारूपों में देखे जाते हैं. इस क्षेत्र में टेस्ट क्रिकेट में बुनियादी ढाँचे, वित्तीय सहायता और प्रोत्साहन का अभाव है. उन्होंने कहा, “हमारे पास जो है, हम उसी से काम चला सकते हैं. दुनिया की कुछ फ़्रैंचाइज़ियों की बराबरी न कर पाना एक समस्या है.”
सैमी का मानना है कि शीर्ष देशों और छोटे बोर्डों के बीच वित्तीय अंतर केवल बढ़ा है. वेस्टइंडीज के मुख्य कोच ने कहा, “अलग-अलग टीमों के बीच अंतर होता है. दुनिया की शीर्ष 3-4 टीमें बनाम निचली 4 टीमें. हम लंबे समय से वित्तीय समस्याओं से जूझ रहे हैं.”
Mahendra Singh Dhoni: MI की जर्सी में दिखे धोनी, CSK फैंस में दिखी मायूसी
वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता
डैरेन सैमी ने बताया कि कैसे वेस्टइंडीज क्रिकेट अपने सुनहरे दिनों में व्यावसायिक रूप से विकसित नहीं हो पाया. उन्होंने कहा, “हमने चार महीनों में एक ही मैदान पर पाँच टेस्ट मैच खेले. जहाँ दूसरे बोर्ड मुनाफ़ा कमा रहे थे, वहीं हमने दुनिया का मनोरंजन किया. हमें आगे बढ़ने के लिए वित्तीय संसाधनों की ज़रूरत है.”
टेस्ट क्रिकेट का सम्मान
डैरेन सैमी ने उम्मीद जताई कि चुनौतियों के बावजूद, एक ऐसी परंपरा फिर से स्थापित होगी जहाँ खिलाड़ी एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करेंगे. उन्होंने कहा, “जब मैं किसी खिलाड़ी को फ़ोन करके बताता हूँ कि उसे वेस्टइंडीज़ टीम में चुना गया है, तो मुझे उम्मीद है कि वह चयन स्वीकार कर लेगा.”
Ceat Cricket Awards 2025: रोहित शर्मा को मिला खास अवॉर्ड, संजू सैमसन और श्रेयस अय्यर भी हुए सम्मानित