Iran US Nuclear Deal: पिछले कुछ दिनों में इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष देखने को मिला है। जिसकी वजह से मिडिल ईस्ट में तनाव देखने को मिला। लेकिन सीजफायर के बाद से कूटनीति एक बार फिर से शुरू होती दिख रही है। ट्रंप जिन्होने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला करवाया था। अब ईरान को बड़ा ऑफर दिया है। जिसे सुन हर कोई हैरान है।
बताया जा रहा है कि अमेरिका ने इजरायल के सबसे बड़े दुश्मन ईरान को 30 अरब डॉलर की मदद की पेशकश की है। ये इसलिए दिए जाएंगे ताकि ईरान अपने असैन्य परमाणु ऊर्जा के लिए कार्यक्रम बना सके। अब लोगों के मन में जो सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है वो ये है कि ट्रंप जो कुछ ही दिन पहले ईरान में तबाही मचाने की कसमे खा रहे थे और ईरान पर बी-2 बॉम्बर से हमला करवाया वह अचानक मुस्लिम देश पर इतना मेहरबान क्यों हो रहे हैं? आखिर ट्रंप क्या करना चाहते हैं ?
बता दें कि अमेरिका के इस ऑफर में एक बड़ी शर्त भी है वह यह है कि ईरान को यूरेनियम संवर्धन पूरी तरह से बंद करना होगा। सीएनएन की रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका और ईरान के बीच बातचीत अभी भी जारी है।
क्या है अमेरिका का प्रस्ताव?
अमेरिका की तरफ से ईरान को करीब 20 से 30 अरब डॉलर का निवेश मिल सकता है। जिससे वह केवल सिविल न्यूक्लियर इस्तेमाल के लिए ही परमाणु कार्यक्रम बना सकता है। वहीं यह पैसा सीधे तौर पर अमेरिका नहीं देगा। बल्कि मीडिल ईस्ट के देश देश मिलकर जुटाएंगे। वहीं ईरान को दूसरे देश में फंसे अपने 6 अरब डॉलर तक के पैसे का इस्तेमाल करने की अनुमति मिल सकती है।
अमेरिका की शर्त
कुछ प्रतिबंधों को हटाने पर भी बातचीत हो सकती है। वहीं इस प्रस्ताव की सबसे सख्त बात यह है कि ईरान किसी भी कीमत पर यूरेनियम संवर्धन नहीं करेगा। अमेरिका का कहना है कि वे ईरान को सिविल परमाणु तकनीक दे सकते हैं।लेकिन यूरेनियम संवर्धन की अनुमति नहीं देंगे। इसके बजाय, ईरान को यूरेनियम आयात करने की अनुमति दी जा सकती है।