उज्जैन, जिसे प्राचीन समय से आध्यात्मिकता और धर्म का केंद्र माना जाता है, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. लेकिन महाकाल मंदिर के अलावा यहाँ एक और बेहद महत्वपूर्ण और पवित्र स्थान है.माना जाता है कि 51 शक्तिपीठों में से एक यह स्थान माता शक्ति का प्रतीक है. यहाँ नवरात्रि के समय भव्य आयोजन होते हैं और लाखों लोग माता के दर्शन के लिए आते हैं. आइए जानते हैं हरसिद्धि मंदिर से जुड़े खास पहलुओं के बारे में.
हरसिद्धि शक्तिपीठ का महत्व
हरसिद्धि मंदिर को शक्तिपीठ इसलिए कहा जाता है. क्योंकि मान्यता है कि जब माता सती का शरीर भस्म हुआ था, तब उनके अंग अलग-अलग स्थानों पर गिरे थे. उन्हीं स्थलों को शक्तिपीठ कहा जाता है. उज्जैन का हरसिद्धि मंदिर उन पवित्र स्थानों में से एक है. यहां श्रद्धालु दूर-दूर से आकर पूजा-अर्चना करते हैं और जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति की कामना करते हैं. यह मंदिर सिर्फ आस्था का स्थान ही नहीं बल्कि शक्ति और साहस का प्रतीक भी है.
हरसिद्धि नाम की उत्पत्ति
महाकाल से जुड़ाव
वास्तुकला और संरचना
नवरात्रि का महत्व