अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से मुलाकात की. मुलाकात से पहले ट्रंप ने दोनों मेहमानों की तारीफ करते हुए उन्हें महान नेता बताया.
ट्रंप ने क्या कहा ?
ट्रंप ने पाकिस्तान के पीएम को लेकर कहा कि आज हमारे पास एक महान नेता आ रहे हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और फील्ड मार्शल. फील्ड मार्शल भी एक महान इंसान हैं और प्रधानमंत्री भी. दोनों यहां आ रहे हैं और शायद इस समय इस कमरे में ही हैं.
हाल ही में हुआ व्यापार समझौता
बता दें कि ट्रंप और पाकिस्तान के पीएम की ये मुलाकात हाल ही में हुए व्यापार समझौते के बाद हो रही है. दोनों नेताओं ने कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के दौरान भी संक्षिप्त मुलाकात की थी.
#WATCH | US President Donald Trump says, “I’m very dissatisfied with what Russia’s doing and what President Putin is doing. I haven’t liked it at all…I have solved seven wars. In fact, we have a great leader coming, the Prime Minister of Pakistan and the Field Marshal. Field… pic.twitter.com/a6noBRMvkS
— ANI (@ANI) September 25, 2025
ट्रंप और पाकिस्तान के रिश्ते को लेकर क्यों दंग हैं लोग ?
ट्रंप और पाकिस्तान के बीच बदलते इस रिश्ते से लोग इसलिए भी हैरान हैं क्योंकि जब ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में पाकिस्तान को लेकर कई ऐसी बातें कहीं थी जिसके बाद लग रहा था कि ट्रंप पाक विरोधी नेता हैं. लेकिन दूसरी बार कार्यकाल संभालने के बाद ट्रंप और पाकिस्तान के बीच रिश्ते अलग नजर आ रहे हैं. अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने पाक को लेकर कहा था कि ” पाकिस्तान आतंकवाद के लिए सुरक्षित पनाहगाह है” ट्रंप ने कहा था कि पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ विश्वासघात किया है.
पाकिस्तानी सेना और ट्रंप के संबंध
बता दें कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) हाल के दिनों में दो बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं. इसके अलावा, उन्होंने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया था. माना जा रहा है कि सैन्य और असैन्य नेतृत्व की यह संयुक्त यात्रा अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों को एक नई दिशा प्रदान कर सकती है.
भारत-पाक के बीच सीजफायर का दावा
वहीं ट्रंप कई बार दावा कर चुके हैं कि उन्होने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया है.हालांकि भारत ने बार-बार स्पष्ट किया है कि भारत के सैन्य अभियानों और रणनीतियों में किसी भी विदेशी शक्ति का हस्तक्षेप नहीं था.
अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका के रणनीतिक हित
वहीं पाकिस्तान और ट्रंप के बीच बढ़ती दोस्ती का एक नया पहलू भी सामने आया है. जिसमे एक्सपर्ट ने दावा किया है कि ट्रंप की पाकिस्तान से दोस्ती के पीछे अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका के रणनीतिक हित हैं. ट्रंप ने हाल ही में बगराम एयरबेस को फिर से हासिल करने के महत्व पर ज़ोर दिया. उन्होंने कहा कि यह बेस चीन के परमाणु ठिकानों के बहुत करीब है, जिससे अमेरिका की अफ़ग़ान और एशियाई रणनीति में पाकिस्तान की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है.