Pregnancy Problems : आजकल, भागदौड़ भरी ज़िंदगी में, शादी के कई साल बाद भी बच्चा न होने की समस्या तेज़ी से बढ़ रही है. पहले यह समस्या ज़्यादा उम्रदराज लोगों में ज़्यादा होती थी, लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं. इसके कारण सिर्फ शारीरिक समस्याएं ही नहीं, बल्कि बदलती जीवनशैली, तनाव और खान-पान की खराब आदतें भी हैं. कई बार, बार-बार कोशिश करने के बावजूद, गर्भधारण नहीं हो पाता. ऐसे में सवाल उठता है: बिना बच्चे के एक जोड़े को कितनी बार संभोग करना चाहिए, तभी उसे बांझ माना जाएगा? आइए बताते हैं. बांझपन कब माना जाता है?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर कोई जोड़ा लगातार 12 महीनों तक बिना कंडोम के नियमित शारीरिक संबंध बनाता है और फिर भी गर्भधारण नहीं करता है, तो उसे बांझ माना जाता है. इसे बांझपन कहते हैं.
महिलाएं और पुरुष
कई लोग मानते हैं कि यह समस्या सिर्फ महिलाओं को ही होती है, लेकिन यह सच नहीं है. दरअसल, 40% मामले महिलाओं के कारण होते हैं. 30-35% मामलों में, समस्या पुरुषों में होती है. 20-25% मामलों में, इसका कारण दोनों साथी होते हैं.
बांझपन के कारण
महिलाओं में, हार्मोनल असंतुलन, पीसीओएस, फैलोपियन ट्यूब का बंद होना, बढ़ती उम्र या थायरॉइड की समस्याएँ बांझपन का कारण हो सकती हैं. पुरुषों में, शुक्राणुओं की कम संख्या, शुक्राणुओं की खराब गुणवत्ता, शराब और सिगरेट का सेवन, तनाव और मोटापा इसके कारण हो सकते हैं. जीवनशैली संबंधी कारक भी भूमिका निभाते हैं, जिनमें नींद की कमी, खराब आहार, जंक फ़ूड और तनाव शामिल हैं.
कितनी बार संभोग आवश्यक है?
गर्भधारण की संभावना बढ़ाने के लिए, ओवुलेशन अवधि के दौरान सप्ताह में 2 से 3 बार संभोग करना पर्याप्त है. इसका मतलब है कि बार-बार संभोग करने से गर्भधारण की गारंटी नहीं मिलती; बल्कि, सही समय और स्वस्थ शरीर की स्थिति ज़्यादा महत्वपूर्ण है.
डॉक्टर की सलाह
अगर कोई महिला 35 साल से कम उम्र की है और 12 महीने की कोशिश के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पाई है, तो अगर वह 35 साल से ज़्यादा उम्र की है और छह महीने की कोशिश के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पाई है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. पुरुषों को भी यदि लगातार थकान या यौन इच्छा में कमी महसूस हो तो उन्हें चेकअप करवाना चाहिए.