Home > लाइफस्टाइल > फैटी लिवर को भूल जाइए, जब आपकी डाइट में शामिल होंगी ये खास सब्जियाँ

फैटी लिवर को भूल जाइए, जब आपकी डाइट में शामिल होंगी ये खास सब्जियाँ

वर्तमान जीवनशैली में बढ़ती हुई तले-भुने खाने, अधिक मीठे पदार्थों और कम शारीरिक गतिविधियों ने फैटी लिवर की समस्या को आम बना दिया है।आइए जानते हैं वे 5 सब्ज़ियाँ और इनके फ़ायदे

By: Komal Kumari | Published: September 16, 2025 2:17:34 PM IST



जब लिवर में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है, तो यह सूजन, लिवर एंजाइम बढ़ने, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का रास्ता खोलती है। खुशखबरी यह है कि सही आहार और पोषण की मदद से फैटी लिवर के लक्षणों को नेचुरली सुधारा जा सकता है। जो लिवर की सूजन को घटाती हैं, अनावश्यक वसा जमा होने से रोकती हैं, और लिवर की डिटॉक्स फिटनेस को बढ़ावा देती हैं। अगर आप नियमित रूप से ये सब्ज़ियाँ अपने भोजन में शामिल करें, साथ ही चीनी, तली-भुनी चीज़ें और जंक फूड कम करें, तो तीन महीनों में फर्क महसूस हो सकता है।

पालक

 पालक विटामिन E, C और फाइबर से भरपूर होती है। ये एंटीऑक्सीडेंट सूजन को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं और पाचन बेहतर बनाते हैं। इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार लाकर यह वसा जमा होने की प्रक्रिया को धीमा करती है। यदि आप पालक को सलाद या सब्ज़ी के रूप में नियमित खाएँ, तो लिवर एंजाइिमों में कमी और थकान, भारीपन जैसी शिकायतों में राहत मिल सकती है।

 

ब्रोकोली

ब्रोकोली में ग्लूकोसिनोलेट्स जैसे यौगिक होते हैं, जो लिवर को डिटॉक्स करने वाली प्रक्रियाओं को सक्रिय करते हैं। यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करती है और लिवर में वसा जमने की प्रक्रिया को बाधित करती है। ब्रोकोली भाप में पकाना या हल्की स्टीर-फ्राय करना श्रेष्ठ रहता है ताकि पोषक तत्व बरकरार रहें। नियमित सेवन से लिवर सेल्स की मरम्मत और बेहतर स्वास्थ्य संभव है।

 

ब्रस्सेल्स स्प्राउट्स

ब्रस्सेल्स स्प्राउट्स इंडोल यौगिक से भरपूर होते हैं जो वसा संचय और ऑक्सीडेटिव डैमेज कम करने में सहायक हैं। ये लिवर के लिए कार्य करने वाले एंजाइमों को स्थिर रखते हैं और डिटॉक्स प्रक्रियाओं को सहायता देते हैं। क्योंकि ये सख्त होते हैं, हल्के तरीके से पकाना या स्टीम करना बेहतर है। तीन-चार हफ्तों के नियमित उपयोग से लिवर की सूजन और असहजता में कमी महसूस हो सकती है।

Advertisement