Fatty Liver Causes: फैटी लिवर आज तेजी से फैल रही बीमारियों में से एक है। इसे अगर इग्नोर किया जाए तो यह धीरे-धीरे लिवर कैंसर तक का रूप ले सकती है। आमतौर पर लोग सोचते हैं कि फैटी लिवर सिर्फ शराब पीने वालों में होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि केवल गलत खानपान भी लिवर को डैमेज कर सकता है। इसी को नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) कहा जाता है। हमारे रोजमर्रा के खाने में कई ऐसे कंपाउंड्स और प्रोसेस्ड इंग्रेडिएंट्स होते हैं, जो शरीर में ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल न होने पर सीधे चर्बी (Fat) में बदल जाते हैं। इंडियन एजुकेटर और यूट्यूबर खान सर के मुताबिक, यह अतिरिक्त फैट सबसे पहले लिवर पर जाकर चिपकता है। समस्या यह है कि अक्सर लोगों को पता भी नहीं होता कि तेल रहित खाने की कौन-सी चीजें उनका लिवर चुपचाप खराब कर रही हैं।
खाने से मिलने वाले पोषक तत्व कैसे बनते हैं फैट?
खान सर के अनुसार, हमारे खाने से मुख्य रूप से तीन बड़े पोषक तत्व मिलते हैं कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट। लेकिन जब कार्बोहाइड्रेट जरूरत से ज्यादा खाया जाए और शरीर उसे खर्च न करे, तो यह चुपचाप फैट में बदलकर स्टोर हो जाता है। यही फैट सबसे पहले लिवर पर जमता है और धीरे-धीरे फैटी लिवर जैसी बीमारी का कारण बन जाता है। इसलिए खान सर मेहनत और शारीरिक गतिविधि को जरूरी बताते हैं।
तेल रहित चीजों में भी छिपा है फैट का खतरा
अक्सर हम सोचते हैं कि केवल तैलीय खाना ही फैट बढ़ाता है। लेकिन खान सर ने समझाया कि बादाम, अखरोट, मूंगफली और नारियल जैसी चीजों में भी नेचुरल ऑयल मौजूद होता है। खासकर मूंगफली को उन्होंने फैट से भरपूर बताया। हालांकि, इन चीजों में जरूरी विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं, इसलिए सीमित मात्रा में इन्हें खाना शरीर के लिए फायदेमंद है। लेकिन जब इनका सेवन जरूरत से ज्यादा हो जाए, तो यह फैट स्टोर होकर लिवर की सेहत बिगाड़ सकता है।
फैटी लिवर और कैंसर का डर
खान सर ने यह भी बताया कि फैटी लिवर अपने आप में कैंसर का बड़ा कारण है। लेकिन जब शरीर में अमोनिया का लेवल बढ़ जाता है, तो खतरा दोगुना हो जाता है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पाया गया कि अमोनिया का हाई लेवल ट्यूमर सेल्स की ग्रोथ को तेज कर देता है। इसका मतलब है कि लापरवाही से फैटी लिवर न सिर्फ लिवर को खराब करता है, बल्कि लिवर कैंसर का रिस्क भी कई गुना बढ़ा सकता है। इसलिए खान सर समय रहते खानपान पर कंट्रोल और एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाने की सलाह देते हैं।