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मेवाड़ से सुशांत प्रतीक की रिपोर्ट: राजस्थान के बड़े हिस्सों में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। उदयपुर शहर में शुक्रवार दोपहर के समय लगभग आधा घंटा तेज बारिश हुई, जिससे कई क्षेत्रों की सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई। खासकर गोवर्धन विलास इलाके के पास सतोरिया नाले का बहाव अचानक तेज हो गया, ओर सेवाश्रम पुलिया के नीचे पुराना रोड पूरी तरह से पानी में डूब गया। इसका असर यह रहा कि वाहनों की आवाजाही भी काफी देर तक बाधित रही।
गोवर्धन सागर हुआ ओवरफ्लो
गोवर्धन विलास क्षेत्र में स्थित 9 फीट पूर्ण भराव स्तर वाला गोवर्धन सागर आज ओवरफ्लो हो गया, जिसके चलते आस-पास के क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। उदयसागर का भी जलस्तर अपेक्षाकृत उच्च बना हुआ है, यहां दोनों गेट पांच-पांच फीट खोलने के बावजूद जल मात्रा अभी भी 22 फीट 3 इंच है जबकि इसकी पूर्ण क्षमता 24 फीट है। पिछले 24 घंटों में जलस्तर में सिर्फ 5 इंच की गिरावट आई है, जिससे जल प्रबंधन की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं।
बारिश का सिलसिला बना रहा
उदयपुर के आसपास के गांवों और उपनगरीय क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला बना रहा। बांसवाड़ा के सज्जनगढ़ क्षेत्र में सर्वाधिक 136 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इसी अवधि में कुशलगढ़ में 75, नया गांव में 57, फलासिया में 35, कुराबड़ में 34 और अन्य इलाकों में भी मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई। जलाशयों व बांधों में निरंतर पानी की आवक देखी गई।
बांधों और तालाबों की स्थिति
देवास प्रोजेक्ट-2 के तहत बने मादड़ी बांध में फिलहाल सिर्फ दो फीट की खाली जगह बची है – इसका जलस्तर 31 फीट पर पहुंच चुका है, और पानी की आमद लगातार बनी हुई है। देवास प्रथम का भी जलस्तर 30 फीट 6 इंच है जबकि मांसी वाकल और जलसमंद के जलस्तर सामान्य स्तर से नीचे हैं, लेकिन फतहसागर के चारों गेट खुले हुए हैं।
अगले दिनों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, मानसून ट्रफ लाइन राजस्थान के बीकानेर व कोटा से गुजर रही है। उदयपुर, जयपुर, अजमेर और जोधपुर के कुछ हिस्सों में आज मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। पूर्वी राजस्थान में आगामी 5-6 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।