Home > उत्तर प्रदेश > Ghaziabad: ईस्टर्न पेरिफेरल रोड पर खामियां, किसानों और यात्रियों ने उठाई आवाज

Ghaziabad: ईस्टर्न पेरिफेरल रोड पर खामियां, किसानों और यात्रियों ने उठाई आवाज

Ghaziabad: ईस्टर्न पेरिफेरल रोड पर खामियां, किसानों और यात्रियों ने उठाई आवाज, किसानों की सबसे बड़ी चिंता – टोल टैक्स

By: Swarnim Suprakash | Last Updated: August 27, 2025 4:47:54 PM IST



ग़ाज़ियाबाद से अनिल चौधरी की रिपोर्ट 
Ghaziabad: राष्ट्रीय महत्व की परियोजना माने जाने वाले ईस्टर्न पेरिफेरल रोड (EPE) पर खामियों और अधूरी सुविधाओं को लेकर स्थानीय किसानों और यात्रियों ने नाराजगी जताई है। किसानों ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं की सूची सौंपी। उनका कहना है कि टोल टैक्स का बोझ, अधूरी सड़कें, स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम की कमी और सुरक्षा इंतजामों के अभाव ने इस हाईवे को परेशानी का सबब बना दिया है।

किसानों की सबसे बड़ी चिंता – टोल टैक्स

स्थानीय किसानों का कहना है कि वे अपने ही गांव से खेतों तक जाने या मंडियों तक फसल पहुंचाने के लिए भी टोल टैक्स चुकाने को मजबूर हैं। लंबे समय से स्थानीय पास या छूट देने की मांग हो रही है, लेकिन अब तक कोई राहत नहीं मिली। उनका कहना है कि जब जमीन इस परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई थी तो उन्हें सुविधाओं का वादा किया गया था, मगर आज उल्टा बोझ बढ़ा दिया गया है।

सड़क और सुविधाओं की खामियां

ज्ञापन में बताया गया कि कई गांवों को जोड़ने वाली सड़कें अब तक अधूरी हैं। अधिग्रहित भूमि का मुआवजा विवाद भी पूरी तरह सुलझा नहीं है। सड़क पर जगह-जगह दरारें, असमान सतह और खस्ताहाल साइडबार्स वाहन चालकों के लिए खतरा बने हुए हैं। टोल प्लाजा और कई हिस्सों में निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। इसके अलावा सीसीटीवी, वेरिएबल मैसेज साइन और स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे स्मार्ट ट्रैफिक उपकरण भी काम नहीं कर रहे हैं।

मंत्री जी पर गांव वालों ने किया हमला, जान बचाकर पैदल भागे श्रवण कुमार, बॉडीगार्ड की हालत खराब

लोगों ने यह भी बताया कि ईस्टर्न पेरिफेरल रोड पर पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट, टॉयलेट और वाहन मरम्मत जैसी आपातकालीन सुविधाओं का अभाव है। लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

हादसों का खतरा

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि गलत पार्किंग और तेज रफ्तार वाहनों की वजह से अक्सर सड़क पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। सर्विस रोड और कट न होने की वजह से ग्रामीण सुरक्षा दीवारों में छेद कर आने-जाने को मजबूर हैं, जिससे हादसों की संभावना और बढ़ जाती है।

लोगों की मांग

स्थानीय निवासियों और किसानों ने NHAI से मांग की है कि अधूरे निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किया जाए और सुरक्षा इंतजाम दुरुस्त किए जाएं। साथ ही, ग्रामीण और स्थानीय वाहनों को टोल टैक्स में छूट दी जाए। ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम को पूरी तरह से लागू करने और आपातकालीन सुविधाएं उपलब्ध कराने की भी मांग की गई है।
लोगों का कहना है कि अगर ईस्टर्न पेरिफेरल रोड को सही मायनों में सफल बनाना है, तो इन खामियों को जल्द से जल्द दूर करना होगा।

UP चुनाव से पहले BJP से बिछड़ने की तैयारी! मंत्री संजय निषाद ने कही ऐसी बात, जानकर उड़ेंगे होश

Advertisement