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UP News: बलिया में भाजपा नेता की गुंडई का वीडियो वायरल, अधीक्षण अभियंता की जूतों से पिटाई

UP News: बलिया में भाजपा नेता की गुंडई का वीडियो वायरल, अधीक्षण अभियंता की जूतों से पिटाई

By: Swarnim Suprakash | Published: August 24, 2025 6:00:12 PM IST



बलिया से संवाददाता की रिपोर्ट 
UP News: ख़बर उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मुन्ना बहादुर सिंह की गुंडई का एक लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता (SE) की जमकर पिटाई करते हुए भाजपा नेता और उनके समर्थक साफ दिखाई दे रहे हैं। घटना से पूरे जनपद में हड़कंप मच गया है।

अधीक्षण अभियंता के साथ गाली-गलौज और मारपीट

मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा नेता मुन्ना बहादुर सिंह शुक्रवार को अपने 20–25 कार्यकर्ताओं के साथ बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने अधीक्षण अभियंता लाल सिंह के साथ जमकर गाली-गलौज और मारपीट की। आरोप है कि इस दौरान मुन्ना बहादुर और उनके समर्थकों ने अधिकारी को जमीन पर गिराकर जूतों से पिटाई कर दी। इस घटना का किसी ने लाइव वीडियो बना लिया, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

घायल अधीक्षण अभियंता लाल सिंह ने बताया कि भाजपा नेता बिना किसी कारण बताए अपने समर्थकों के साथ कार्यालय में घुसे और उन पर हमला कर दिया। उन्होंने इस संबंध में कोतवाली थाने में तहरीर दी है। अधीक्षण अभियंता का कहना है कि यह पूरी तरह से गुंडागर्दी और दबाव बनाने का प्रयास था, जिसकी शिकायत उन्होंने उच्चाधिकारियों से भी की है।

मुन्ना बहादुर सिंह ने मामले को लेकर दी सफाई 

वहीं, इस पूरे मामले पर भाजपा नेता मुन्ना बहादुर सिंह ने अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में भी बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। “सपा सरकार की तरह इस सरकार में भी महीने में महज 15 दिन ही बिजली मिलती है। जनता की समस्या बताने के लिए मैं अधीक्षण अभियंता के पास गया था। लेकिन उन्होंने मेरे साथ बदसलूकी की, ऐसे में मैं चूड़ियां पहनकर नहीं बैठ सकता था।”

पुलिस हरकत में

घटना के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। बलिया कोतवाली पुलिस ने भाजपा नेता मुन्ना बहादुर सिंह के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

यह पूरा मामला न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए सिरदर्द बना हुआ है, बल्कि भाजपा संगठन के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है। विपक्षी दल इस घटना को लेकर भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। अब देखना यह होगा कि पार्टी और प्रशासन इस मामले में क्या रुख अपनाते हैं।

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