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Bihar chunav: आरजेडी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना, कहा ‘बिहार की जनता इस बार हिसाब कर देगी’

Bihar chunav: आरजेडी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना, बताया कमजोर प्रधानमंत्री, बिहार की जनता इस बार हिसाब कर देगी

By: Swarnim Suprakash | Published: August 23, 2025 6:36:48 PM IST



पटना से शैलेंद्र की रिपोर्ट 
Bihar chunav: राजद के राज्यसभा सांसद संजय यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी पर  निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने हलफनामा दायर कर के कह दिया है कि नरेंद्र मोदी वोट चोरी से प्रधानमंत्री बने हुए हैं और वोटों की चोरी से बनी हुई ये डबल इंजन सरकार है. इस हलफनामे में बिहार की जनता ने यह भी कह दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया है कि नरेंद्र मोदी एक कमजोर प्रधानमंत्री हैं.

सरकार को गवर्नेंस की समझ नहीं है 

बिहार आ कर प्रधानमंत्री जी ने जनता के उसी हलफनामे पर स्वयं हस्ताक्षर कर दिये हैं. मैं ये बातें प्रधानमंत्री जी के इस बयान के आधार पर कह रहा हूं कि खुद प्रधान मंत्रीजी ने आज स्वीकार किया है कि बिहार में घुसपैठिये घुस गये हैं. जरा सोचिये कि 11 साल से नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री हैं. कुछ समय को छोड़ दें तो बिहार में 20 साल से उनकी सरकार है. इसके बावजूद अघर घुसपैठिये आ गये हैं, तो इसका अर्थ हुआ कि आप कमजोर हैं.  आपको गवर्नेंस की समझ तक नहीं है.आखिर बिहार में कहां से घुसपैठिये आ गये ? 

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85 केंद्रीय विद्यालय और 28 नवोदय विद्यालय की स्वीकृति पर बिहार में एक भी नहीं  

राजद सांसद अगर आ गये तो उसके दोषी सिर्फ और सिर्फ आप हैं. प्रधानमंत्री जी बिहार की डेमोग्राफी की बात कर रहे हैं. उन्हें यहां की डेमोग्राफी की शायद समझ नहीं है. बिहार देश का सबसे युवा प्रदेश है. बिहार की जनसंख्या की 58 फीसदी आबादी 18 से 25 साल आयु वर्ग की है. ऐसी स्थिति में बिहार में प्रति एक लाख आबादी पर मात्र सात कॉलेज हैं. बिहार में 534 प्रखंड हैं और यहां के 398 प्रखंडों में आज भी डिग्री कॉलेज नहीं है और यहां 20 वर्ष से आपकी सरकार है. पिछले दस साल में आपने बिहार में एक भी न तो केंद्रीय विद्यालय दिया और न ही जवाहर नवोदय विद्यालय दिया है. हद तो यह है कि आप ही की पार्टी के सांसदों ने आपके एचआरडी मंत्रालय को लिख कर मांग की फिर भी आपने उनकी मांग नहीं मानी. आपकी बिहार के प्रति कैसी सोच है इस बात का अंदाजा इस इससे लगाया जा सकता है कि आपकी कैबिनेट ने देश भर में 85 केंद्रीय विद्यालय और 28 नवोदय विद्यालय की स्वीकृति दी, लेकिन बिहार से आपका कैसा बैर है कि इनमें से एक भी बिहार को नहीं दिया, जबकि बिहार ने आपको क्या नहीं दिया. 

2014 में बिहार ने आपको चालीस में 33 सांसद दिये. 2019 में चालीस में 39 सांसद दिये और 2024 में चालीस में से 30 सांसदों की फौज दी. फिर भी बिहार के प्रति आपका ऐसा सौतेला रवैया रहा है. कितनी बातें गिनायी जायें. कुछ समय पहले आपने देश भर में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क दिया. जब महागठबंधन की सरकार थी तो हमने एक हजार एकड़ भूमि देने का प्रस्ताव दिया तो भी आपने बिहार को कुछ नहीं दिया.

व्याप्त घुसखोरी के विरुद्ध एक शब्द नहीं

मोदीजी आप का असल रूप यही है कि जब भी आप यहां आते हैं तो प्रोग्रेसिव पॉलिटिक्स की जगह रिग्रेसिव पॉलिटिक्स करके चले जाते हैं.आप बिहार में निर्माण के बजाये विध्वंस की बात करने आते हैं. बिहार को ऐसी नफरत की राजनीति नहीं चाहिए. बिहार को सकारात्मक राजनीति और विकास चाहिए. इसलिए आप यहां आ कर विकास की बात नहीं करते. आप यहां आ कर यहां व्याप्त घुसखोरी के विरुद्ध एक शब्द नहीं बोलते.

एसआईआर की प्रक्रिया में भयंकर भ्रष्टाचार व्याप्त

मोदीजी अब तो हद यह है कि आपके इशारे पर जो एसआईआर की प्रक्रिया चल रही है उसमें भी भयंकर भ्रष्टाचार व्याप्त हो चुका है. एसआईआर के लिए जातीय या आवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए भी गरीबों से घूस लिया जा रहा है. कुत्ता, बिलार और चैम्पैजी का आवास प्रमाण पत्र बन जा रहा है लेकिन गरीबों का नहीं बन पा रहा है. और हां बिहार में उस डोनाल्ड ट्रम्प का भी आवासी प्रमाण पत्र बन जा रहा है जिसके सामने आप बोलने का हौसला नहीं रखते.

मोदीजी बिहार को आपने रसातल में पहुंचा दिया है. पिछले ग्यारह सालों में आप अपनी ही नीति आयोग की रिपोर्ट देख लीजिए. हर इंडेक्स पर बिहार पीछे है. यहां की महिलायें, सबसे ज्यादा खून की कमी की शिकार हैं. यहां देश में सबसे कम डॉक्टर हैं. बच्चे सबसे ज्यादा यहीं बीमार हैं. इस तरह से आपकी केंद्र और राज्य की सरकारों ने बिहार को रसातल में पहुंचा के छोड़ दिया है.

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